पंकज आडवाणी
भीलवाड़ा । जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (IPS) के निर्देशानुसार तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन और श्याम सुन्दर विश्नोई के सुपरविजन में कोतवाली थाना अधिकारी सुनील चौधरी के नेतृत्व में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस ने मोबाइल झपटमारी की वारदात का खुलासा कर दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दिनांक 15 नवंबर 2025 की सुबह इन्द्रा मार्केट बैंक के पास एक महिला से मोबाइल छीनकर दो युवक मोटरसाइकिल पर फरार हो गए। महिला द्वारा तत्काल रिपोर्ट दर्ज करवाई गई, जिस पर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ।
कांस्टेबल की सजगता बनी सफलता की कुंजी
वारदात के खुलासे में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सिटी कोतवाली थाना पुलिस में पदस्थ कांस्टेबल प्रहलाद कुमार (1215) की रही। ड्यूटी के दौरान सिग्मा गश्त के बीच प्रहलाद को दो संदिग्ध युवक नजर आए। शक होने पर उन्होंने बिना देर किए तुरंत थाने को सूचना दी। थाना कोतवाली की टीम मौके पर पहुंची और दोनों संदिग्धों को पकड़कर पूछताछ की, जिसमें वे मोबाइल झपटमारी की वारदात में शामिल पाए गए।
दूसरी वारदात की फिराक में थे आरोपी
शहर कोतवाल सुनील चौधरी ने बताया कि जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे सिर्फ एक वारदात तक सीमित नहीं थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन्द्रा मार्केट में मोबाइल झपटने के बाद दोनों आरोपी थाना क्षेत्र में ही दूसरी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे।
लत पूरी करने के लिए करते थे झपटमारी
प्रारंभिक पूछताछ में दोनों आरोपी नशे के आदी बताए जा रहे हैं तथा नशे के आदि होने के चलते दोनों युवक नियमित रूप से पैसों की जरूरत में रहते थे, नशे की पूर्ति के लिए झपटमारी जैसी वारदातें करने की बात सामने आई है और उसी के लिए मौके तलाशकर झपटमारी की घटनाएँ करते थे। कांस्टेबल प्रहलाद कुमार की सतर्क निगाह न होती तो आरोपी किसी और राहगीर को अपना शिकार बना सकते थे।
पुलिस की गिरफ़्त में आरोपी
मोहम्मद सोहेल पुत्र मोहम्मद ईशाक, उम्र 26 वर्ष, निवासी गायत्रीनगर नाले के पास, चपरासी कॉलोनी, थाना प्रतापनगर, भीलवाड़ा व मोहम्मद सोहिल पुत्र जाकिर मंसूरी, उम्र 33 वर्ष, निवासी गायत्रीनगर नाले के पास, चपरासी कॉलोनी, थाना प्रतापनगर, भीलवाड़ा को गिरफ्तार किया।
ये थे टीम में
कोतवाली थानाधिकारी सुनील चौधरी, हैड कांस्टेबल गोविन्द सिंह, हैड कांस्टेबल मुकेश कुमार, कांस्टेबल प्रहलाद कुमार (विशेष योगदान), कांस्टेबल समय सिंह, कांस्टेबल ओम सिंह (डीएसटी, विशेष योगदान) शामिल थे।


