*पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका
*दो व्यक्तियों ने उसे बहला-फुसलाकर की ठगी
(हरिप्रसाद शर्मा )
स्मार्ट हलचल|अजमेर/अजमेर की क्लॉक टॉवर थाना पुलिस की टीम ने ठगी के एक बड़े मामले में कार्रवाई करते हुए एक और आरोपी प्रदीप कुमार मीणा को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी बहुचर्चित एक करोड़ रुपये की ठगी मामले में की गई, जिसमें पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।क्लॉक टॉवर थानाधिकारी वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि परिवादी दीपक वैष्णव (28 वर्ष) निवासी सुभाष कॉलोनी, मदनगंज किशनगढ़ ने न्यायालय के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई थी कि पवन मीणा और उसके भाई कुलदीप मीणा नामक दो व्यक्तियों ने उसे बहला-फुसलाकर एक करोड़ रुपये की ठगी की। शिकायत के अनुसार आरोपियों ने परिवादी को यह विश्वास दिलाया कि उनके पास हाईवे और मास्टर प्लान बायपास की बहुमूल्य जमीनों की अंदरूनी जानकारी है, जिसे सस्ते दामों में खरीदकर दोगुना-तीगुना मुनाफा कमाया जा सकता है।
बर्खास्त पुलिस कांस्टेबल पवन मीणा ने यह भी दावा किया कि उसके भाई कुलदीप मीणा, जो शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं, इस कार्य में मदद करेंगे। परिवादी ने अपने जान-पहचान के पुलिसकर्मियों और परिचितों से एक करोड़ रुपये एकत्र कर आरोपियों को दे दिए लेकिन रकम मिलने के बाद आरोपी धीरे-धीरे संपर्क से कटने लगे। इस पर पुलिस थाना क्लॉक टॉवर में मामला संख्या 65/2025, धारा 420 और 406 आईपीसी के तहत दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक अजमेर वंदिता राणा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर हिमांशु जांगिड़ और वृत्ताधिकारी ओमप्रकाश सरावग के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
क्लॉक टॉवर थानाधिकारी वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि टीम ने आरोपी की तलाश हेतु तकनीकी संसाधनों, मुखबिर तंत्र और सतत निगरानी का सहारा लिया। पूर्व में एक आरोपी कुलदीप मीणा को गिरफ्तार किया जा चुका था। अब टीम को दूसरी बड़ी सफलता हाथ लगी जब आरोपी प्रदीप कुमार मीणा को करौली जिले के कोटरा ढेहर क्षेत्र से दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। टीम द्वारा दिखाई गई तत्परता और कुशलता से पुलिस को इस ठगी प्रकरण में दूसरी महत्वपूर्ण गिरफ्तारी करने में सफलता मिली है। मुख्य आरोपी पवन मीणा सहित अन्य की तलाश जारी है और शीघ्र ही उन्हें भी गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है।