जीवन में माँ का स्थान कोई भी नहीं ले सकता, मदर्स डे पर विशेष आलेख:-रोहित तिवारी
स्मार्ट हलचल – अजय सिंह (चिंटू)
जोबनेर –
mother’s position in life
मैं तेरी मां हूं। हम सभी ने अपनी मां से अक्सर ये डायलॉग सुना होगा। यों तो यह एक रूखा सा फैक्ट है, लेकिन मां होने का मतलब इतना सीधा-सपाट भी नहीं। मां होने का मतलब है नौ महीने तक अपनी जान जोखिम में डालना। मां होने का मतलब है एक ऐसा दर्द सहना जिससे ज्यादा सहने के लिए इंसान बने ही नहीं। एक बच्चे के लिए मां की क्या अहमियत है यह तो एक मां केबीन एक बच्चे ही बता सकते है । जी हां आज मदर्स डे है जो की हर वर्ष 14 मई को मनाया जाता है। बच्चे जब जन्म लेते है तो बच्चा सर्वप्रथम मां की आवाज ही निकालते है। एक मां अपने बच्चे के लिए सब कुछ निछावर कर सकती है। हर मां चाहती है उनके बच्चे सदा ही सुख और खुशियों की छांव में रहे। एक मां अपनी जीवन को दाव पर लगाकर अपने बच्चे को जन्म देती है इसलिए हम सबों को मां की इस करेगी। कर्ज को कभी नहीं भूलना चाइए। संसार में जितनी भी मां है अपने बच्चो के सारी खुशी और जरूरतों को पूरी करती है इसलिए उनके इस भावना को याद करने के लिए मदर्स डे या मातृ दिवस मनाया जाता है। एक मां ही है जो अपने बच्चो को जन्म देने के लिए अपनी सारी श्रृंगार को भूल जाती है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की मां हम सबों के लिए एक अनमोल रत्न है, उसे कभी चोट या उसके दिल को कभी भी दुखाना नही चाहिए। वही आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो मां ही एक ऐसी नारी है जिनके पांव के नीचे जन्नत है। कहते है न घर के बाहर जहां भी जाए मां के पैर को स्पर्श कर के जाए तो आपकी सलामती आपको सलाम करेगी।