भारतीय खाद्य निगम एफसीआई एग्जीक्यूटिव स्टाफ यूनियन आँचलिक समिति उत्तर द्वारा उत्तर अंचल प्रबंधन के खिलाफ आन्दोलन,Movement against North Zone management
Food Corporation of India FCI Executive Staff Union Zonal Committee North protests against North Zone Management
राकेश मीना
नोएडा@स्मार्ट हलचल/भारतीय खाद्य निगम एफसीआई एग्जीक्यूटिव स्टाफ यूनियन आँचलिक समिति उत्तर द्वारा जारी भारतीय खाद्य निगम, उत्तर अंचल प्रबंधन के खिलाफ आन्दोलन नोटिस के तहत आज दिनांक 12.जून को आँचलिक कार्यालय उत्तर नोएडा (Noida)पर प्रबंधन की तानाशाही नीतियों के विरुद्ध 27 सूत्री माँगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमे उत्तर अंचल के सभी क्षेत्रों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, मुख्यालय, उत्तराखण्ड, हिमांचल प्रदेश, जम्मू-काश्मीर एवं ऑचलिक कार्यालय उत्तर नोएडा के क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय सचिव, मण्डल अध्यक्ष एवं मण्डल सचिव सहित लगभग 500 कर्मचारियों ने शिरकत करते हुए प्रबंधन के खिलाफ रोष प्रकट किया।
एफसीआई एग्जीक्यूटिव स्टाफ यूनियन(FCI Executive Staff Union) के अखिल भारतीय अध्यक्ष, श्री एस.एस. चट्ठा द्वारा यह बताया गया कि आईडी एक्ट की धारा हमें स्ट्राइक से ड्यूरिंग कंसाइलेशन रोकती है, धरना से नहीं। स्ट्राइक हमारे आन्दोलन कार्यक्रम का हिस्सा नहीं है। अतः, हमारा रोष-प्रदर्शन संवैधानिक और नीतिगत है प्रबंधन पिछले कुछ वर्षों में जिस प्रकार से दमनकारी रास्ते पर चल रही है, उसे यू ही सहन और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता । पिछले वर्ष एफसीआई स्टाफ रेगुलेशन 22(2) के तहत 50 से ज्यादा प्रबंधको की जबरन सेवानिवृति इसका सबसे बड़ा उदाहरण है”।
यूनियन के महासचिव(General Secretary of Union), श्री अभिनव कश्यप द्वारा यह बताया गया कि “आन्दोलन नोटिस जारी करने के उपरांत आरलएसी नोएडा के कंसाइलेशन प्रोसेस के बावजूद उत्तर अंचल प्रबंधन के द्वारा आईडी एक्ट की धारा 33 का का उल्लंघन कर आंदोलन के दरम्यान निराधार और तानाशाही रूप को अख्तियार करते हुए लगभग 150 कर्मचारियों का स्थानांतरण आदेश निर्गत किया है और औद्योगिक समरसता को ठेस पहुंचाया गया है”।
यूनियन के आंचलिक अध्यक्ष (उत्तर), श्री संजीव जायसवाल(Zonal President of Union (North), Mr. Sanjeev Jaiswal) ने यह अवगत कराया है कि ‘प्रबंधन द्वारा अपने ही नीतियों को ताक पर रख कर मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है। हमारे कर्मचारी फील्ड में कम स्टाफ क्षमता होने के बावजूद दिन-रात काम करने के बाद भी एसएल टीएल जैसी इनकी दमनकारी नीतियों का शिकार भी हो रहे हैं। जबतक प्रबंधन कर्मचारियों की जायज मांगो को सकरात्मक रूप में नहीं मानती है, तबतक हमारा आंदोलन कर्मचारी हितो की रक्षा हेतु जारी रहेगा”।
प्रबंधन की तानाशाही रवैये और यूनियन के माँगो के प्रति निष्क्रियता(Management’s dictatorial attitude and inaction towards the demands of the union) के विरुद्ध रोष प्रकट करते हुए यूनियन के आंचलिक सचिव (उत्तर), श्री रौशन कुमार ने यह अवगत कराया है कि ‘आंदोलन के अगले कार्यक्रम के तहत दिनांक 14.06.2024 से पुरे उत्तर अंचल में “वर्क एज पर रूल” के तहत काम किया जायेगा तथा किसी भी तरह की वित्तीय हानि अथवा देशभर में फ़ूड ग्रेन्स की ऑपरेशन मूवमेंट में होनेवाली असुविधा के लिए पूर्ण रूप से एफसीआई का प्रबंधन जिम्मेवार होगा।