लोकदेवता वीर तेजाजी का अपमान सर्वसमाज का अपमान है प्रशासन समाधान करे- कैलाशलाम्बा
ब्यावर, नितिन डांगी ✍️
ब्यावर, वीर तेजाजी किसी एक समाज के नही,वरन सर्व समाज के देवाता माने जाते है। सेन्दड़ारोड़ चौराहे पर तेजा जी की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव जब नगर परिषद साधारण सभा में पारित हो चुका है,फाउंडेशन तैयार है,मूर्ती तैयार है तो परिषद अब अपने निर्णय से पलट क्यों रही है। नसीराबाद विधायक के भाई कैलाश लाम्बा चांगगेट पर आयोजित क्रमिक धरने को सम्बोधित कर रहे थे। लाम्बा ने कहा कि प्रशासन को चाहिये कि शांन्ति पूर्ण तरीके से इस समस्या का समाधान करे अन्यथा यह आन्दोलन विशाल रुप धारण कर लेगा। इस अवसर पर संघर्ष समिति के संयोजक वीरेन्द्र चौधरी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रशासन धर्म की परीक्षा ना ले। जब परिषद नक्शा पासकर चुकी है,एग्रीमेन्ट कर चुकी है तो अब मुर्ति नही लगवाने फैसले पर क्यों अडिग है। धरने पर किशोर चौधरी, पूर्वपार्षद हनुमान चौधरी, जगदीश बुला, महेन्द्र सैगवा प्रकाश बेनिवाल सहित अनेक वक्ताओं ने अपना अपना संबोधन दिया। चौधरी के अनुसार आंदोलन का लगभग 17 समाज व संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।धरने पर बैठने वालों में वीरेन्द्र डाबोला, रामनिवास खोजा, कैलाश लामरोल, अशोक बेनिवाल, सुरेश, राहुल आवतरा. अशोक गोदिया, दीपकचौधरी, हंसराज आदि प्रमुख है। उल्लेखनीय यह है कि धरने में ब्यावर, बर,रास, जैतारण, नसीराबाद, मेंडता देलवाड़ा, जवाजा सहित विभिन्न क्षेत्रों से के निवासियों ने धरना स्थल पर पहुंच कर उक्त धरने में भाग ले कर समर्थन दिया है ।