थानाधिकारी सांखला ने स्कूली बच्चों को बताएं सफलता के टिप्स, बोले आज के दौर में किताबें हो सच्चा दोस्त
हरसौर/स्मार्ट हलचल/थानाधिकारी हरीश सांखला का कहना है कि मोबाइल फोन को केवल घरों तक ही सीमित रखना चाहिए, क्योंकि यह बच्चों के लिए शिक्षा के स्रोत से ज्यादा ध्यान भटकाने वाला साबित होता है। विद्यार्थी धीरे-धीरे पढ़ाई में अपनी एकाग्रता खोने लगते हैं। उनमें पढ़ाई के प्रति निष्क्रियता पैदा हो जाती है और उनकी मेहनत की भावना खत्म हो जाती है। सांखला शनिवार को ग्राम हरसौर के संतोष उमावि में आयोजित मोटिवेशनल कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को संबोधित कर रहे थे। थानाधिकारी सांखला ने स्कूली बच्चों के साथ अपने बचपन के पलों को साझा करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के चक्कर में उसका विद्यार्थी मोबाइल का दुरुपयोग भी करने लगे हैं। अधिकतर अधिकतर किशोर, युवा आदि मोबाइल पर वीडियो गेम खेलने में बिजी रहते हैं और अपनी पढ़ाई पर कम ध्यान देते हैं। मोबाइल की लत ने उन्हें वास्तविक जीवन से दूर कर दिया है और वह वर्चुअल दुनिया में जीने लगे हैं। इसका पढ़ाई पर भी असर पड़ा है और उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास पर भी दुष्प्रभाव पड़ा है। बच्चें साइबर क्राइम की ओर भी जा रहे हैं। विद्यार्थी के जीवन में सच्चा दोस्त किताबें होनी चाहिए। कोई भी लक्ष्य मेहनत असंभव नहीं है केवल ईमानदारी से मेहनत होनी चाहिए। स्कूली बच्चों से संवाद करने पहुंचे सांखला का शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने पुष्प बरसाकर अभिनंदन किया।
ये रहे मौजूद-कार्यक्रम में प्राचार्य रामकुंवार रूनवाल, कानि हरेंद्र नैण, अमृतलाल आचार्य, सुबराती अली मेसरी, दिलीप शर्मा, उदयसिंह राठौड़, जाकिर हुसैन, जगदीश गोदारा
सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।