कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया
उदयपुर, 4 अप्रैल। स्मार्ट हलचल/मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम द्वारा आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में उदयपुर निवासी युवा उद्यमी दंपत्ति संदीप पाटीदार औऱ सरोज पाटीदार को कृषि क्षेत्र में नवाचार, सतत विकास और किसानों के सशक्तिकरण में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया । इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन्हें यह विशिष्ट सम्मान प्रदान किया और बधाई दी। यह सम्मान पाटीदार दंपति को आधुनिक कृषि तकनीकों के प्रसार, जैविक एवं औषधीय खेती को प्रोत्साहित करने, किसानों को बाजार से सीधे जोड़ने और कृषि-उद्योग के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किए गए उनके महत्वपूर्ण कार्यों के लिए दिया गया।
यह सम्मान किसानों की प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत करता है” – संदीप पाटीदार
सम्मान प्राप्त करने के पश्चात संदीप पाटीदार ने कहा,
यह सम्मान उन सभी किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और सहयोगियों का है, जिन्होंने इस अभियान को एक आंदोलन का रूप दिया है। हमारा लक्ष्य केवल परंपरागत कृषि को संरक्षित करना ही नहीं, बल्कि किसानों को आधुनिक तकनीकों और कृषि-आधारित उद्योगों से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है। हमने अपनी सेवाओं का विस्तार जिला, तहसील और पंचायत स्तर तक किया है, जिससे किसानों को सही मार्गदर्शन मिल सके और वे अपनी उपज को सही मूल्य दिलाते हुए आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दें। यह सम्मान हमें और अधिक प्रतिबद्धता के साथ किसानों की सेवा करने की प्रेरणा देता है।”
किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल:
सरोज पाटीदार ने कहा वर्तमान में मिट्टी से बाजार तक’ की संपूर्ण प्रक्रिया में किसानों को सहयोग प्रदान कर रही है। कंपनी मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, कम लागत में उच्च उत्पादन, उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण, उचित बाजार मूल्य सुनिश्चित करने तथा कृषि-उद्योग के विस्तार में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके अतिरिक्त इसके अलावा कृषि के माध्यम से किसानों को टिकाऊ और प्राकृतिक कृषि तकनीकों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
कृषि क्षेत्र में नवाचार को मिलेगा नया प्रोत्साहन:
इस विशेष सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। संदीप पाटीदार को सम्मानित किए जाने से कृषि क्षेत्र में कार्यरत अन्य व्यक्तियों और संगठनों को भी प्रेरणा मिलेगी। इससे कृषि नवाचार, किसान सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत के निर्माणमें नई ऊर्जा का संचार होगा।