(सुघर सिंह सैफई)
सैफई ( इटावा) स्मार्ट हलचल/केंद्रीय समाज सेवा समिति के अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद स्व० बाबू दर्शन सिंह यादव की छठवीं पुण्यतिथि पर सैकड़ों लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उनके पुत्र नीरज यादव यज्ञ व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
स्व० बाबू दर्शन सिंह यादव मुलायम सिंह के बेहद करीबी थे लेकिन कुछ कारणों से दोनों के बीच मनमुटाव हो गया तो बाबू दर्शन सिंह यादव कांग्रेस पार्टी में चले गए और जसवंतनगर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर व बाद में कांग्रेस बसपा से गठबंधन पर कई बार मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनाव लड़े। लेकिन हर बार बहुत कम वोटों के अंतर से वह चुनाव हारते रहे उन्हें कांग्रेस में प्रदेश संगठन मंत्री व प्रदेश महामंत्री जैसे पदों पर कार्य करने का मौका मिला बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में चले गए और भाजपा से टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन नही जीत सके। लेकिन भाजपा ने उनका कद देखते हुए वर्ष 1998 में बाबू दर्शन सिंह यादव को उत्तर प्रदेश नलकूप एवं ट्यूबबेल कारपोरेशन लिमिटेड का चेयरमैन बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा देकर लालबत्ती दी गई लेकिन उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला कर समाजसेवा में सक्रिय हुए और विधान सभा के चुनाव में भाजपा से अपने छोटे भाई सोबरन सिंह यादव को करहल मैनपुरी से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ाया और जीत हासिल की।
बाद में पुराने मतभेद भुलाकर मुलायम सिंह यादव ने बाबू दर्शन सिंह को राज्यसभा का सदस्य बना दिया। बाबू दर्शन सिंह ने वर्ष 1978 में केंद्रीय समाज सेवा समिति नाम से एक संस्था पंजीकृत कराई संस्था का मुख्य उद्देश्य मृत्यु भोज का विरोध मद्यपान धूम्रपान, विधवा विवाह पर रोक, दहेज प्रथा के सख्त विरोधी थे। उन्होंने अपनी टीम बनाई और टीम ने जाकर मृत आत्मा की शांति के लिए शांति पाठ का आयोजन किया। बाबू दर्शन सिंह का मानना था कि तेरहवीं का खाना पूरी तरह से दूषित है और ऐसे खाने की सभी को निंदा करनी चाहिए। उन्होंने शादी विवाह में प्लास्टिक की पत्तल व कुल्हड़ पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया उनका मानना था कि गर्म खाने को प्लास्टिक के बर्तन में खाना केंसर को दावत देना था।
पूर्व विधायक सोवरन सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष स्वामी इंद्रदेव, वीरेंद्र सिंह यादव पूर्व प्रधानाचार्य, सत्यवीर शास्त्री, कुमुदेश चंद्र यादव, जितेंद्र प्रताप सिंह,अनुज यादव, एमएलसी मुकुल यादव, अमित यादव, दिव्यांश यादव, नितुल यादव, सौरभ यादव, राजीव गुप्ता, अनुज आर्य, राम सेवक आर्य, चरन सिंह पूर्व ब्लाक प्रमुख एरवा कटरा, ध्यान सिंह यादव, ओंकार सिंह यादव, प्रभ्रुवेश,शिवराज सिंह यादव, कृपाल सिंह, रणविजय सिंह, दयानंद शास्त्री, श्री कृष्ण यादव, सूरज, बृजेश शास्त्री, आदि मौजूद रहे।