Homeभीलवाड़ामुआवजा नहीं तो डोडा चूरा का नष्टीकरण नहीं अफीम उत्पादक किसानों ने...

मुआवजा नहीं तो डोडा चूरा का नष्टीकरण नहीं अफीम उत्पादक किसानों ने आबकारी विभाग को सौंपा ज्ञापन, खजीना में लगा था कैंप

सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती खजीना गांव में आबकारी विभाग द्वारा अफीम डोडा नष्टीकरण का कैंप लगाया, जिसमें तहसील कोटड़ी तहसील के सवाईपुर क्षेत्र के सभी अफीम किसानों ने मुआवजा नहीं देने तक अफीम डोडा चूरा का नष्टीकरण नहीं करवाने का निर्णय किया । इसके बाद आबकारी विभाग की ओर से अफीम उत्पादक किसानों का डोडा चूरा निस्तारण के संबंध में सवाईपुर में रड़ा की माताजी मंदिर परिसर में किसान एकत्रित हुए, जिसमें जिला प्रशासन की ओर से प्रतिनिधि तानिया रिणवा उपखंड अधिकारी कोटड़ी, मांडलगढ़ पुलिस उपाधिक्षक बाबूलाल बिश्नोई, आबकारी विभाग से निरीक्षक रमेश कुमार, नाथू सिंह कानावत, दुर्गा लाल, बद्री लाल तेली प्रांत अध्यक्ष अफीम किसान संघर्ष समिति चित्तौड़ प्रांत पहुंचे, किसानों ने डोडा नष्टीकरण टीम को सर्व समिति से मुआवजा नहीं देने पर डोडा चुरा नष्टीकरण नहीं करने के संबंध में अवगत कराया व ज्ञापन दिया, आबकारी विभाग द्वारा खजीना में डोडा नष्टीकरण शिविर रखा गया, इस अफीम किसानों ने मांग की राजस्थान व अन्य राज्यो में अफीम उत्पादक किसानों को भारत सरकार अफीम उत्पादन हेतु लाइसेंस जारी किया जाता है, अफीम तो भारत सरकार जीवन रक्षक दवाइया बनाने के लिए निर्धारित मापदंड के अनुसार खरीद लेती है, पर उससे बचा हुआ डोडा चूरा 2016 से पूर्व राज्य सरकार द्वारा निर्धारित ठेका पद्धति पर ₹ 125 प्रति किलो खरीदा जाता था, जिसे राज्य सरकार ने बंद कर दिया व किसानों का डोडा चुरा नष्टीकरण का आदेश दिया हुआ है, वह इस डोडा को जमींदोज किया जाता हैं जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होता है, अतः राज्य सरकार से अफीम उत्पादक संघर्ष समिति राजस्थान प्रदेश की यह मांग है की अफीम किसानों को 2000/ प्रति किलो के हिसाब से डोडा चुरा का मुवावजा वजन के अनुसारदिया जाए या किसानों को यह अधिकार दिया जाए की वह अपने खेत में ही इसको डिस्प्ले /हकाई से नस्टकरण कर दे व किसान स्व घोषित प्रमाण पत्र दे दे व किसानों के ऊपर इसका विश्वास किया जाए, जिससे भूमि की उर्वरता भी बढ़ेगी व किसान का शोषण मुक्त भी होगा, बहुत से किसानों के कच्चे मकान होने की वजह से टोडा चुरा को सुरक्षित करना मुश्किल होता है, मवेशी खा जाते हैं या बारिश में भीग जाता है, ऐसे किसानों का मापदंड के अनुसार डोडा चूरा रखना संभव नहीं है, जब तक किसानों को राज्य सरकार डोडा चूरा का मुआवजा 2000/ प्रति किलो के हिसाब से ना दे जब तक नष्ट करने के आदेश को स्थगित किया जाए । इस दौरान रामकुमार जाट, भेरुलाल जाट, देवीलाल सुथार, कैलाश माली, रामेश्वर जाट, शंकर लाल, भेरूलाल सुथार, हरी लाल सहित सवाईपुर, सोपुरा, किशनगढ़, जावल, देवरिया, दांतडा छोटा, जावल का नोहरा, गोरा का खेड़ा, आकोला, होलीरड़ा, सालरिया, खरो का खेड़ा , गपेसरा, रामनगर, ककरोलिया घाटी, आदि गांव से अफीम किसान उपस्थित थे ।।

स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
news paper logo
AD dharti Putra
logo
AD dharti Putra
RELATED ARTICLES