कचरों के ढेर मे घूमते आवारा सांड
नीरज मीणा
मंडावर।स्मार्ट हलचल/शहर मे नगरपालिका की अनदेखी के चलते सफाई व्यवस्था काफी समय से बंद है। जिसके चलते शहर के गली व मौहाल्लों मे कचरा उठाने के नाम पर खानापूर्ति के चलते जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। शहर के प्रमुख बाजार-मोहल्लों और चौराहों पर कचरे के ढेर लगने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही राहगीरों और वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नियमित रूप से कचरा नहीं उठने के कारण कई स्थानों पर गंदगी के ढेर दिखाई देते है। ऐसे में कचरे के ढेरों से आती बदबू लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रही है। वहीं, कचरे के ढेर के आसपास आवारा सांडो का जमघट लगा होने से हादसों की संभावना भी बनी रहती है। शहरवासियों ने बताया कि मंडावर शहर जब से नगरपालिका बना है तभी से शहर का हाल बदहाल हो गया है, क्योंकि शहर मे ना ही रोड़ लाईट की व्यवस्था, ना ही सफाई व्यवस्था एवं ना ही अन्य पालिका की सुविधाएं सुचारु नहीं होने से लोग परेशान है। उन्होंने बताया कि सफाई व्यवस्था व रोड़ लाईट व्यवस्था को लेकर नगरपालिका के कार्मिको से कई बार शिकायत की गई, लेकिन समस्याओं का समाधान भी नहीं हुआ। शहरवासियों ने बताया कि शहर के मुख्य चौराहों, गली व मोहल्लों मे कचरे का ढेर लगा होने से कचरे मे आवारा पशु घूमते रहते हैं। जिसके चलते बाजारों में खरीदारी करने आए ग्राहक व वाहन चालक काफी परेशान हैं। इसके अलावा शहर के दुकानदार भी आवारा पशुओं से काफी दुखी हैं। शहर वासियों का कहना है कि एक ओर जहां ये आवारा पशु आवागमन में दिक्कत बने हैं। वहीं, हादसों को न्यौता भी दे रहे हैं। दोपहिया वाहन चालक एवं बाजारों में विशेषकर बच्चे, बड़े, बूढ़े इन पशुओं का शिकार हो रहे हैं। शहर में आवारा घूम रहे पशुओं को लेकर स्थानीय नगरपालिका द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि 25 सितंबर को मंडावर नगरपालिका कार्यालय पर पालिका ईओ सुरेंद्र मीणा की मौजूदगी मे एक साधारण सभा आयोजित हुई थी। जहां बैठक मे पार्षदों ने शहर सहित पालिका क्षेत्र की साफ- सफाई के मुद्दे को एक सुर मे पुरजोर से उठाया था। जहां ईओं ने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को जल्द ही सुचारु करने का आश्वासन दिया था।