नगर पालिका की लापरवाही से आमजन शुद्ध पानी के लिए परेशान..
आम जन के जीवन व आस्था के साथ खिलवाड़।
सरकार में प्रशासनिक अधिकारी एक और तो शुद्ध पर युद्ध चला रहे वही लक्ष्मणगढ़ उप खंड मुख्यालय पर जनता को गंदा दूषित नालियों का पानी सप्लाई हो रहा है।
नागपाल शर्मा
अलवर:- स्मार्ट हलचल/लक्ष्मणगढ़ कस्बे में गत दो माह से गंदे पानी की सप्लाई होने से कस्बा निवासी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। नलों से गंदा पानी अधिकांश वार्डो में आ रहा है।
जलदाय विभाग के सहायक अभियंता से शिकायत करने पर आज नगर पालिका परिसर में उन्होंने बताया कि पिछले दो माह से कस्बे में गंदे पानी की सप्लाई का कारण नगर पालिका की घोर लापरवाही है। नगर पालिका द्वारा कस्बे में नाला निर्माण एवं नाले सफाई के दौरान नल कनेक्शनों का जगह जगह टूटना बतलाया गया। पूर्व में विभाग ने उपखंड अधिकारी तहसीलदार अधिशासी अधिकारी को पत्र द्वारा अवगत कराने के पश्चात भी नगर पालिका की लापरवाही के कारण ही आमजन पानी के लिए परेशान है। जलदाय विभाग के सहायक अभियंता शिवराम मीणा ने बताया कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा खुदाई का कोई कार्य करती हैं तो जलदाय विभाग के कर्मचारियों को नहीं बुलाया जाता है। जिससे हमें लाइन ढूंढने में काफी परेशानी हो रही है। आज मेरे द्वारा नगर पालिका कार्यालय में गंदे पानी की शिकायत के लिए अधिशासी अधिकारी से दूरभाष पर 9.35 बजे सुबह समस्या पर वार्ता के लिए पहुंचा इससे पूर्व बताया कि मैं कार्यालय में मौजूद हूं जबकि 10:30 बजे तक कार्यालय के ताले भी नहीं खुले हुए थे।
इधर कस्बे के जागरूक लोगों की मौजूदगी में कस्बे निवासी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि मेरे द्वारा भी पूर्व में बार-बार नगर पालिका उपखंड अधिकारी को गंदे पानी के बारे में बता दिया गया था। लेकिन नगर पालिका की लापरवाही से आमजन स्वच्छ पानी के लिए रो रहा है। पर विभागीय अधिकारियों के कानों पर जू तक नहीं रैगती गंदे दूषित पानी की सप्लाई के समय लोग घरों से निकलकर भाग जाते हैं या फिर नल को बंद करना पड़ता है इससे कस्बे में महामारी फैलने का अंदेशा है आमजन प्रातः कालीन मंदिर में पूजा इत्यादि के लिए पानी भी लें तो कहां से लें न तो पानी पीने लायक ना मंदिर पर पूजा के लायक ना किसी अन्य काम का नगर पालिका बनी है तब से मोटे धन के लालच में अधिकारी व ठेकेदार इस तरह के कार्य को गति दे रहे हैं और आमजन के जीवन के साथ खिलवाड़ कररहे हैं। इसकी शिकायत संभागीय आयुक्त एवं विभाग को की जाएगी। नगर पालिका में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार निर्माण के नाम पर पट्टो के नाम पर खुला खेल चल रहा है पूर्व। सरकार और पूर्व सरकार के विधायक के इशारे पर यह कर्मचारी लगाए गए थे ।खुला खेल चल रहा है भ्रष्टाचार का अधिकारियों को कोई डर भय नहीं इस नगर पालिका में चुनाव हुए नहीं जिसके चलते ना पार्षद है ना अध्यक्ष कोई कहने सुनने वाला है नहीं जनता की मानते नहीं। ठेकेदार जिसने ठेकेदार का जखीरा नहीं उससे कहीं चार गुना का बिल थमा दिया और उठा लिए भुगतान अधिकारी ठेकेदारों की मिली भगत से लक्ष्मणगढ़ नगर पालिका में जमकर चाट रहे मलाई ओर जनता को पहुंचा रहे नुकसान । ग्रामीण लोग पिछले 03 साल से लगातार जिला कलेक्टर को शिकायत दे रहे हैं सरकार और सत्ता बदल चुकी है पर अभी भी वही भ्रष्टाचार का खेल जारी है शिकायत करें तो किससे करें अधिकारी मुख्यालय पर रुकते नहीं जनप्रतिनिधि बाहर के आते हैं 05 साल अपना चुग्गा पानी चुग कर चले जाते हैं।कभी कबार जनप्रतिनिधि आते तो उनके निश्चित लोगों के पास ही उठ बैठ कर चले जाते हैं कभी जनसुनवाई करते नहीं हैं इसलिए लक्ष्मणगढ़ की जनता राजनीतिक उपेक्षा का शिकार रही लक्ष्मणगढ़ प्रशासन में तो अभी भी अधिकारी कर्मचारी पूर्व विधायक और पूर्व सरकार के इसारे पर ही चल रहे हैं ऐसा प्रतीत होता है । सूत्रों की माने तोअलवर जिले के अंदर सर्वाधिक भ्रष्टाचार है तो लक्ष्मणगढ़ उपखंड मुख्यालय प्रशासन के अंदर है जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए तभी दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा।