अजीम खान चिनायटा
हिंडौन।स्मार्ट हलचल, वक़्फ़ कानून के विरोध में गुरुवार को मुस्लिम समाज द्वारा ईदगाह परिसर में एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें वक़्फ़ संशोधन कानून को रद्द करने की मांग की गई।
पूर्व उपसभापति नफीस अहमद ने बताया कि गुरुवार 17 अप्रैल को सुबह 8 बजे से हिंडौन के करौली रोड स्थित ईदगाह परिसर में जमीयत उलेमा ए हिंद व शहर वक़्फ़ कमेटी के आह्वान पर मुस्लिम समाज द्वारा वक़्फ़ संशोधन कानून को रद्द करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
जनसभा को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के जिला सदर मुफ्ती खलील अहमद ने कहा कि वक़्फ़ की ज़मीन और जायदाद अल्लाह के नाम पर दान की हुई प्रॉपर्टी होती हैं,जिनकी सरकार को बेहतर देखभाल करनी चाहिए,लेकिन केंद्र सरकार वक़्फ़ एक्ट में संशोधन के बहाने मुस्लिम समाज की इन संपत्तियों को हड़पना चाहती है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से पुरजोर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।
जमीयत उलेमा ए हिंद के तहसील सदर हाफिज बाबुद्दीन ने बताया कि
विरोध प्रदर्शन हेतु आयोजित सैकड़ो लोगों की जनसभा को मुफ्ती सद्दाम हुसैन, मुफ्ती तालिब, मुफ्ती जाहिद, मुफ्ती फारूक, जमाते इस्लामी हिंद के हाशिम खान, एडवोकेट इमरान खान, मौलाना कमरुद्दीन, एम आई एम के सलमान खान,मौलाना मुजाहिद आदि ने भी संबोधित करते हुए सरकार की तानाशाही के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुफ्ती अब्दुल हमीद ने कुरान पाक की तिलावत की।वक़्फ़ कमेटी के सदर बब्बू शाह ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले मुस्लिम समाज के लोगों तथा प्रशासन व पुलिस टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के समापन के बाद सभी प्रतिभागी शांतिपूर्ण तरीके से अपने घरों को लौट गए और दोपहर 3.30बजे समाज के प्रबुद्ध लोगों ने तहसील पहुंचकर उपखंड अधिकारी हेमराज गुर्जर को वक़्फ़ कानून को रद्द करने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
गुरुवार को विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में परिषद अब्दुल मुगनी एडवोकेट, फजलू शाह,सद्दाम कुरेशी, सोनू हाड़ौली,शफीक ढिंढोरा,रफीक मलिक,आमिर कुरैशी, दाऊद अली, शब्बीर शेख़,अशफाक टी टी, कमरुद्दीन पार्षद, कारी लियाकत, हाफिज फिरोज, कारी इरफान, जल्लो मिस्त्री,हाफिज आशिक इलाही, अदीब अहमद,अशरफ गद्दीपुरा,खजांची भीकम शाह,रफीक लहचोडा,अल्लाबेली सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।