भीलवाड़ा । एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने नशे के विरुद्ध एक बार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। टीम की सूचना पर रविवार देर रात केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम द्वारा मध्य प्रदेश-राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की सीमा पर स्थित ओछडी टोल नाका पर एक आयशर ट्रक को रुकवा कर तलाशी में 1.14 करोड रुपए से अधिक कीमत का 227 किलो 220 ग्राम अवैध गांजा जब्त किया है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन बताया कि गिरफ्तार तस्कर चित्तौड़गढ़ जिले में थाना गंगरार अंतर्गत सोनियाणा गांव निवासी श्यामलाल शर्मा पुत्र नानूराम (48) है। आरोपी आज से करीब 10 से 15 दिन पहले अवैध मादक पदार्थ की खेप लाने विशाखापट्टनम के जगदलपुर क्षेत्र में गया था। लौटते समय करीब 1600 किलोमीटर की दूरी तय कर बिना किसी रूकावट के राजस्थान बॉर्डर पहुंच गया। सतर्कता दिखाते हुए एजीटीएफ ने राजस्थान में प्रवेश से पहले ही आरोपी को पकड़वा दिया। आरोपी को यह माल राजस्थान में चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और पुष्कर में सप्लाई करना था।
एडीजी एमएन ने बताया कि गैंगस्टर्स, वांछित अपराधियों, आपराधिक गिरोह एवं मादक पदार्थ, हथियार व शराब तस्करी में लिप्त बदमाशों की जानकारी प्राप्त करने एवं धर पकड़ के लिए उप महानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में एजीटीएफ की विभिन्न टीमों को प्रदेश के अलग-अलग शहरों में भेजा गया है जो इनके बारे में गुप्त रूप से आसूचना संकलन कर लगातार आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
एमएन ने बताया कि पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में गठित की गई टीम सब इंस्पेक्टर प्रताप सिंह, एएसआई बनवारी लाल, हेड कांस्टेबल हेमंत शर्मा व महेश सोमरा, कांस्टेबल गोपाल धाबाई, विजय सिंह, देवेंद्र, गंगाराम, जितेंद्र व ड्राइवर दिनेश शर्मा पश्चिमी राजस्थान में ऐसे ही आपराधिक गिरोह एवं वांछित बदमाशों के बारे में आसूचना संकलन कर रहे है।
1 महीने से पीछे लगी थी एजीटीएफ
आसूचना संकलन के दौरान टीम के सदस्य कांस्टेबल गोपाल धाबाई व विजय सिंह को सूचना मिली कि सोनियाणा गांव निवासी ट्रक ड्राइवर श्याम लाल थोड़े-थोड़े समय पर दक्षिण भारत जाकर नर्सरी के पौधों एवं अन्य खाद्य पदार्थों की आड़ में भारी मात्रा में नशे की खेप लेकर आता है। करीब एक महीने से एजीटीएफ की टीम आरोपी पर निगाह रख रही थी। सूचना डवलप करने के दौरान टीम को जानकारी हासिल हुई की 10-15 दिन पहले आरोपी भारी मात्रा में नशे की खेप लाने विशाखापट्टनम के लिए निकला है।
रतलाम से किया टीम ने पीछा
सूचना मिलते ही टीम मध्य प्रदेश पहुंची। तकनीकी सहायता से टीम ने रतलाम से आरोपी के ट्रक का पीछा किया। भनक लगते ही शातिर आरोपी ने मध्य प्रदेश में राजस्थान बॉर्डर के पास अपना ट्रक वहीं खड़ा कर लिया। रात का अंधेरा होने एवं अन्य राज्य मध्य प्रदेश होने की वजह से टीम प्रभारी द्वारा तुरंत चित्तौड़गढ़ स्थित केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों से बातचीत कर ट्रक के बारे में संपूर्ण जानकारी दी।
ओछडी टोल नाके पर पकड़ा, 5 किलो व 500 ग्राम के बना रखे थे पैकेट
ब्यूरो की कमिश्नर दिनेश बौध एवं डिप्टी कमिश्नर नरेश बुंदेला के निर्देशन में नारकोटिक्स टीम द्वारा बॉर्डर पर स्थित ओछडी टोल नाके पर सन्दिग्ध ट्रक को रुकवाया गया। ट्रक पर लगे तिरपाल को हटाकर देखा गया, उसमें सरसों की बोरियों एवं नर्सरी के पौधे रखे हुए थे। इन सबके नीचे छोटे-छोटे पैकिंग में बहुत से पैकेट थे, जिनमे अवैध मादक पदार्थ गांजा भरा हुआ था। टीम ने ट्रक से 5 किलो के 38 पैकेट व 500 से 900 ग्राम के 48 पैकेट बरामद किए, जिनमें कुल 227 किलो 230 ग्राम गांजा भरा हुआ था।
शातिर किस्म का है आरोपी, पहली बार ही पकड़ा गया
गिरफ्तार तस्कर श्यामलाल शर्मा काफी शातिर किस्म का है, पहली बार यह मादक पदार्थ की तस्करी करते पकड़ा गया है, जबकि प्रारंभिक पूछताछ में इसने 10 से 15 बार मादक पदार्थ की तस्करी करना स्वीकार किया है। मामले का अग्रिम अनुसंधान सीबीएन टीम चित्तौड़गढ़ द्वारा किया जा रहा है। जिसमें आरोपी द्वारा अब तक की गई तस्करी की घटनाओं, इसके गिरोह के नेटवर्क एवं मादक पदार्थ की खरीद फरोख्त के संबंध में पूछताछ की जा रही है। राजस्थान के भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और पुष्कर में किस व्यक्ति को माल सप्लाई करना था, इसके संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन एवं पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में कांस्टेबल गोपाल धाबाई व विजय सिंह की विशेष भूमिका रही।टीम के सदस्य सब इंस्पेक्टर प्रताप सिंह, एएसआई बनवारी लाल, हेड कांस्टेबल हेमंत शर्मा व महेश सोमरा, कांस्टेबल देवेंद्र, गंगाराम, जितेंद्र व ड्राइवर दिनेश शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।