चिकित्सक ने लिया नेत्रदान का संकल्प-
रणवीर सिंह चौहान
भवानी मंडी|स्मार्ट हलचल/नेत्रदान संकल्प के साथ भवानीमंडी में 40 वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े का शुभारंभ किया गया।भारत विकास परिषद के नेत्रदान प्रभारी कमलेश गुप्ता दलाल ने बताया कि इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवानीमंडी के पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरसी जीवन के द्वारा सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर में शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से अपने नेत्रदान का संकल्प लिया गया, इस पर मंदिर के मुख्य पुजारी विष्णुकांत व्यास, उपखंड कार्यालय भवानीमंडी के सहायक प्रशासनिक अधिकारी विनीत जैन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के लेखाकार नवीन गुप्ता, ओमप्रकाश लड्डा, कमलेश गुप्ता दलाल आदि के द्वारा डॉ जीवन को माला पहनाकर सम्मानित किया।
शाइन इंडिया फाउंडेशन के नगर संयोजक कमलेश गुप्ता दलाल ने बताया कि कॉर्नियल ब्लाइंडनेस देश में दृष्टिहीनता का एक बड़ा कारण है। एक अनुमान के तहत भारत के लगभग 15 लाख व्यक्ति कॉर्निया की खराबी के कारण दृष्टिबाधित है, जिन्हें नेत्रदान के द्वारा रोशनी दिया जाना संभव है। इसी कारण से नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से भारत सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष 25 अगस्त से 8 सितंबर तक देश में नेत्रदान पखवाड़े का आयोजन किया जाता है।
देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले भवानीमंडी शहर में नेत्रदान जागरूकता काफी अधिक है एवं इसी जागरूकता के कारण रिकॉर्ड 147 जोड़ी नेत्रदान भवानीमंडी नगर से प्राप्त हो चुके हैं जो कि पूरे झालावाड़ जिले में सबसे अधिक है, वहीं 5285 लोगों ने मरणोपरांत अपने नेत्रदान का संकल्प किया हुआ है। भवानीमंडी में नेत्रदान के परंपरा के रूप में देखने को नजर आ रहा है जहां भवानीमंडी के सुराना परिवार के द्वारा पांच नेत्रदान प्रदान किए हैं, वही राठौर परिवार के चार सदस्यों का नेत्रदान हुआ है और यह संभाग में पहली बार हुआ है।
राजस्थान में पहली बार 7 वर्षीया बालिका परी पोरवाल का नेत्रदान भी भवानीमंडी से ही हुआ है।