– बाड़मेर के तत्कालीन रामसर व गडरारोड़ उपखंड अधिकारी अनिल जैन द्वारा
परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों व बाहरी अवांछित व्यक्तियों के साथ अवैध तरीके से जरूरी कागजातों में कांट-छांट कर फर्जी तरीके से जाली कागजात बनाकर संवेदनशील क्षेत्र में भूमि का कारोबार करने का आरोप।
दिल्ली/बाड़मेर। स्मार्ट हलचल/बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने गुरुवार को लोकसभा में नियम- 377 अधिसूचना के माध्यम से सरहदी बाड़मेर के तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी गडरारोड़ व रामसर उपखंड अधिकारी अनिल जैन द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर सीलिंग एक्ट का उल्लंघन करने के मामले की राष्ट्रीय जांच एजेन्सी से जांच कराने के लिए केन्द्र सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा कारणों से सीलिंग एक्ट के तहत भूमि खरीद-फरोख्त पर कड़ी पाबंदी है, उसके बावजूद सरहदी जिले बाड़मेर के रामसर व गडरा रोड़ उपखंड क्षेत्र का ही बालेबा गांव के स्थानीय निवासी होने पर भी नियम विरुद्ध लंबे समय से पद स्थापित होकर जमें बैठे उपखंड अधिकारी अनिल जैन ने पद का दुरुपयोग करते हुए और पद की धौंस दिखाकर किसानों को खातेदारी खारिज करने व डरा धमकाकर बेचान करने के लिए मजबूर कर सीलिंग एक्ट का उल्लंघन करके अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों व बाहरी अवांछित व्यक्तियों के साथ अवैध तरीके से जरूरी कागजातों में कांट-छांट कर फर्जी तरीके से जाली कागजात बनाकर संवेदनशील क्षेत्र में भूमि का कारोबार किया, जो यह मसला न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी गंभीर खतरा का है।
उपखंड अधिकारी अनिल जैन ने अपने परिवार, रिश्तेदारों और बाहरी लोगों व कम्पनियों के नाम हजारों बीघा जमीन की बेचान करने और कमिशन खोरी के माध्यम से घोटाला किया- बेनीवाल
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने बताया कि कई माध्यमों से कागजों की पड़ताल करने पर सामने आया कि उपखंड अधिकारी अनिल जैन पुत्र टीकमचंद खुद की उम्र 54 साल हैं जिसने जन्म देने वाली 74 वर्षीय माता अणसी देवी धर्मपत्नी टीकमचंद जैन की खुद से 15 साल कम 39 साल बताई और छोटे भाई कपिलचंद जैन पुत्र टीकमचंद की माता से मात्र आठ साल कम का अंतर बताकर 31 साल ही बताई, जिसमें ये स्थानीय कागजात खुद उपखंड अधिकारी ने प्राधिकृत कर बनाएं, जिसने माता, भाई, स्वयं के साथ रिश्तेदारों और बाहरी लोगों व कम्पनियों के नाम हजारों बीघा जमीन की बेचान करने और कमिशन खोरी के माध्यम से बड़ा घोटाला किया हैं।
बाड़मेर सांसद बेनीवाल ने बताया कि राजस्थान सरकार के मामला संज्ञान में आने के बावजूद अभी तक गंभीर नहीं हैं लंबे समय बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई अधिकारी उसी जगह बैठा हुआ हैं उक्त जांच खानापूर्ति के लिए उच्च या सक्षम स्तर के अधिकारी के बजाय बैचमेट एवं दोषी अधिकारी के दोस्त को दे दी उस अधिकारी की मंशा मामले की निष्पक्ष जांच के बजाय दबाने की है।
इस गंभीर मसले पर राष्ट्रीय एजेंसी को मौके पर भेजकर जांच करवाई जाए
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अनुरोध किया कि केन्द्र सरकार इस गंभीर मसले पर राष्ट्रीय एजेंसी को मौके पर भेजकर जांच करवाए, उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में सीलिंग एक्ट के उल्लंघनकर्ता भ्रष्ट अधिकारियों और अवैध भूमि कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाएं ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों को रोका जा सके जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव और कोई खतरा न हो।