रायला( लकी शर्मा)। नेशनल हाईवे पर आए दिन सड़क हादसे की ख़बर सुनते है आजकल देखने में आ रहा है कि कई लोग अपने घरेलू पशुओं को विशेषकर गायों को हाईवे पर छोड़ देते हैं। ये आवारा गायें सड़क पर बैठे-बैठे यातायात में बाधा उत्पन्न करती हैं और कई बार गंभीर सड़क हादसों का कारण भी बन जाती हैं।
हालांकि हाईवे प्रशासन की टीम अपने-अपने क्षेत्र में लगातार प्रयास करती है इन गायों को सड़क से हटाया जाए, फिर भी कुछ समय बाद ही ये गायें बार-बार सड़क किनारे लौट आती हैं। यह न केवल वाहन चालकों के लिए खतरा है, बल्कि स्वयं इन पशुओं के जीवन के लिए भी जोखिम भरा है।
समाधान क्या है?
ग्रामीणजनों से अपील है कि वे स्वयं आगे आकर इन गायों को गोशालाओं में पहुंचाने में सहयोग करें। यदि हर गाँववासी यह संकल्प ले कि किसी भी बेसहारा गाय को सड़क पर नहीं छोड़ा जाएगा और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ली जाएगी, तो हम सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
NHAI IRB के अधिकारियों का कहना है कि टीम लगातार गश्त कर रही है, लेकिन जब तक ग्रामीण स्वयं आगे आकर सहयोग नहीं करेंगे, तब तक इस समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है।
आइए,हम सब मिलकर यह पहल करें
आवारा पशुओं को सड़कों पर न छोड़ें
नजदीकी गोशालाओं में इन्हें सुरक्षित रूप से पहुँचाएं
प्रशासन का सहयोग करे।
पशुओं की भी एक जिंदगी होती है, उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन दें।
यह पहल न केवल दुर्घटनाओं को रोक सकती है, बल्कि हमारे मानवीय मूल्यों को भी दर्शाती है। हालांकि कुछ समय बाद बारिश का मौसम होगा तो हाइवे किनारे ही गाये बैठी दिखाई देगी जिसके कारण अचानक गाय के आ जाने से हाइवे पर हादसा होने का डर रहे जिसके पहले अगर हम सब जिमेदारी से यह पहल शुरू करे की कोई भी आवारा गाय को गोशाला में छोड़ आये तो काफी हद तक इन हादसो में कमी आएगी।