वन है तो जीवन है : आर के जैन
जेजेसी का नेचर वाकोत्थोन का आयोजन
उदयपुर, 5 फरवरी। स्मार्ट हलचल/सामाजिक संस्था जैन जागृति सेन्टर उदयपुर का प्राकृतिक नेचर वाकोत्थोन का आयोजन लवकुश वाटिका से रामपोल तक किया गया। जेजेसी महामंत्री नितिन लोढ़ा ने बताया कि मुख्य अतिथि मुख्य वन संरक्षक आर के जैन थे। अध्यक्षता संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने की। इस अवसर मुख्य वन संरक्षक आरके जैन ने बताया कि वन है तो जीवन है। उदयपुर को प्रकृति का वरदान है। लवकुश वाटिका को वन विभाग द्वारा इसे विकसित कर आमजन के लिए प्राकृतिक भ्रमण एवं संरक्षण के लिए शुरू किया जा रहा है। जिसे शीघ्र ही आमजन को समर्पित किया जाएगा। आस-पास ऐसे कई स्थान है जो प्राकृतिक एवं रमणीय स्थान है। ऐसे कार्यक्रम जनता को वन्य संरक्षण का संदेश देकर उन्हे जागरूक करते है। अध्यक्षता करते हुए मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि जेजेसी द्वारा समय-समय पर ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे है। वन संरक्षण, जल संरक्षण प्रकृति का संरक्षण प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। कार्यक्रम का आगाज महिला विंग की नीता छाजेड एवं सोनाली जैन के नवकार महामंत्र के जाप से हुआ। शब्दों द्वारा स्वागत अध्यक्ष सुधीर चित्तौड़ा द्वारा किया गया। आभार कार्यकारी अध्यक्ष अरूण मेहता द्वारा एवं संचालन पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र तलेसरा द्वारा किया गया। वाकोत्थोन कार्यक्रम का सुन्दर संयोजन तरूण जैन एवं टीम द्वारा किया गया। इस दौरान महावीर युवा मंच संस्थान अध्यक्ष अशोक कोठारी, भूपेन्द्र गजावत, राकेश छाजेड़, राजेश भाणावत, हेमेन्द्र मेहता, मीना कावडिय़ा, रिकूं चपलोत, सिद्धार्थ मोगरा, संदीप कोठारी, ललित चपलोत आदि मौजूद रहे।