पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । जिले की बनेड़ा तहसील में पंचायतों के पुनर्गठन के दौरान जारी अधिसूचना को लेकर ग्रामीणों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा 20 नवंबर 2025 को जारी अधिसूचना में ग्राम कोडलाई, सुल्तानगढ़ और खारोलियां खेड़ा को मिलाकर नई ग्राम पंचायत का गठन किया गया, लेकिन पंचायत मुख्यालय सुल्तानगढ़ निर्धारित कर दिया गया। इसी निर्णय पर मंगलवार को ग्रामीणों ने गहरी आपत्ति दर्ज कराई है और जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बाद में प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया । ग्रामीणों का कहना है कि तीनों ग्रामों में कोडलाई जनसंख्या, भौगोलिक स्थिति, संचार नेटवर्क और आवागमन की दृष्टि से सबसे उपयुक्त जगह है। इसके विपरीत सुल्तानगढ़ पहाड़ियों के समीप बसा होने के कारण न नेटवर्क सुविधा है और न ही आवागमन सुगम है। ग्रामीणों का तर्क है कि मुख्यालय चयन के मानकों के अनुरूप कोडलाई ही सबसे बेहतर विकल्प है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत समिति बनेड़ा द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में भी कोडलाई को ही पंचायत मुख्यालय रखा गया था। जिला कलेक्टर कार्यालय ने भी अपने प्रस्ताव में कोडलाई को ही मुख्यालय माना, लेकिन अंतिम अधिसूचना में सुल्तानगढ़ को मुख्यालय घोषित कर दिया गया, जो उनके अनुसार नियमों के विरुद्ध है।ग्रामीणों का कहना है कि कोडलाई स्टेट हाईवे के निकट स्थित है, आवागमन के मार्ग सुगम हैं और सरकारी भवनों के निर्माण के लिए पर्याप्त बिलानाम भूमि उपलब्ध है। इन सभी आधारों पर कोडलाई को ही पंचायत मुख्यालय घोषित किया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि कोडलाई को मुख्यालय नहीं बनाया गया तो वे अनिश्चितकालीन धरना देंगे और आने वाले चुनावों में मतदान से दूर रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस मांगपत्र के साथ पंचायत समिति प्रस्ताव और जिला कलेक्टर कार्यालय का प्रस्ताव भी संलग्न किए गए हैं। ग्रामीणों में राधेश्याम, भैरूलाल, हनुमान सिंह, अशोक कुमार, जीताराम, रामप्रसाद, शंकरलाल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे ।


