दो बार के ओलंपिक पदक विजेता और भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना द्वारा लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दी गई है।भारत सरकार की साप्ताहिक आधिकारिक पत्रिका गजट ऑफ इंडिया के अनुसार यह नियुक्ति 16 अप्रैल 2025 से प्रभावी हुई है।नीरज ने 26 अगस्त 2016 को नायब सूबेदार के रूप में भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी के रूप में पहली बार ज्वाइन किया था।दो साल बाद नीरज को एथलेटिक्स में शानदार प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार मिला और फिर 2021 में खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए खेल रत्न से सम्मानित किया गया। उन्हें 2021 में सूबेदार के पद पर पदोन्नत किया गया।टोक्यो 2020 ओलंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद, 27 वर्षीय नीरज को 2022 में परम विशिष्ट सेवा पदक मिला, जो भारतीय सेना का सर्वोच्च शांतिकालीन सम्मान है।
नीरज चोपड़ा कौन हैं?
जन्म: खंडरा गांव, पानीपत, हरियाणा
टोक्यो ओलंपिक 2020 (आयोजित 2021) में स्वर्ण पदक विजेता
पेरिस ओलंपिक 2024 में रजत पदक विजेता
2023 बुडापेस्ट विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में विश्व चैंपियन
पहले भारतीय सेना में सूबेदार मेजर के पद पर कार्यरत रहे
मानद रैंक के बारे में
टेरिटोरियल आर्मी विनियम, 1948 की धारा 31 के तहत प्रदान की जाती है
उन व्यक्तियों को दी जाती है जिन्होंने राष्ट्र की प्रतिष्ठा बढ़ाई हो
यह उपाधि सांकेतिक सैन्य आयोजनों में भागीदारी की अनुमति देती है
टेरिटोरियल आर्मी (TA) का संक्षिप्त परिचय
स्थापना: 9 अक्टूबर 1949
एक स्वेच्छिक अंशकालिक बल के रूप में कार्य करता है
युद्ध सहयोग, आपदा राहत और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय
2024 में अपनी 75वीं वर्षगांठ मनाई
अन्य प्रसिद्ध मानद रैंक धारक
महेंद्र सिंह धोनी, भारतीय क्रिकेटर – 2011 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल नियुक्त
महत्व
सैन्य और नागरिक उत्कृष्टता के बीच पुल का कार्य करता है
युवा और खेलप्रेमियों के लिए प्रेरणा स्रोत
राष्ट्रसेवा में नागरिक-सैन्य समन्वय को बढ़ावा देता है