धीमी गति से चल रहा सड़क निर्माण कार्य — जगह-जगह कटी साइडें, संकेतक बोर्डों का अभाव
संजय चौरसिया
हरनावदाशाहजी।स्मार्ट हलचल|कस्बे के छीपाबड़ौद मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण कार्य महीनों से अधूरा पड़ा है। निर्माण कार्य की धीमी रफ्तार और विभागीय लापरवाही अब आमजन के लिए सिरदर्द बन गई है। मंगलवार को गुराडी गांव के पास निर्माणाधीन पुलिया के पास बनाए गए अस्थायी बायपास पर बारिश का पानी भर जाने से सड़क दलदल में तब्दील हो गई। इसी दौरान एक ट्रक का पिछला पहिया गहरी मिट्टी में धँस गया, जिससे मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात दो घंटे तक बाधित रहा।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस जगह ट्रक धँसा, वहाँ की मिट्टी पहले से गीली थी और कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई थी। बताया गया कि ट्रक में रसद विभाग की सामग्री लोड थी, जिसे ग्रामीण अंचलों में वितरण के लिए ले जाया जा रहा था। घटना के बाद ट्रक को निकालने में जेसीबी की मदद लेनी पड़ी। इस दौरान मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं और कई बाइक सवार कीचड़ में फिसलकर गिर पड़े।
बारिश के बाद सड़क की स्थिति बेहद खतरनाक हो गई है। जगह-जगह सड़क की साइडें कट चुकी हैं, जिससे वाहन चालकों को खतरा बना रहता है। राहगीरों का कहना है कि निर्माण स्थल पर न तो चेतावनी बोर्ड लगे हैं और न ही रात मे रेडियम की संकेतक लाइटें, जिसके कारण रात के समय छोटे-बड़े हादसे होना आम बात बन चुकी है।
ग्रामीणों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग के ठेकेदार की लापरवाही के कारण कार्य महीनों से रेंगती चाल से चल रहा है। कई बार अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद न तो कार्य की गति बढ़ाई गई और न ही सुरक्षा प्रबंध सुधारे गए। विभागीय निगरानी के अभाव में निर्माण स्थल पर मानकों की खुली अनदेखी की जा रही है।
कलमोदिया जागीर होकर जा रहे वाहन चालक
सड़क चौड़ीकरण का अधूरा कार्य अब लोगों की परेशानी और दुर्घटनाओं का कारण बन गया है। स्थिति यह है कि छीपाबड़ौद जाने वाले वाहन चालक अब कलमोदिया जागीर होकर निकल रहे हैं, जिससे मार्ग करीब दस किलोमीटर लंबा पड़ रहा है। इससे समय और ईंधन दोनों की बेवजह बर्बादी हो रही है।
स्थानीय निवासी महावीर सेन, ललित राठौर और विष्णु चौरसिया ने बताया कि हर बारिश के बाद बायपास दलदल में बदल जाता है, लेकिन ठेकेदार या विभाग कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाते। सड़क पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के गुजरने में भी खतरा बना रहता है। कई बार दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो चुके हैं।
ठेकेदार की लापरवाही पर कार्यवाही की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि शीघ्र कार्य नहीं पूरा हुआ तो आने वाले दिनों में कोई बड़ी दुर्घटना होना तय है। लोगों ने विभागीय अधिकारियों से सड़क को दुरुस्त करने, संकेतक बोर्ड लगाने और कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने की मांग की है।
स्थानीय जनों का आरोप है कि ठेकेदार ने कार्य शुरू तो कर दिया लेकिन निगरानी और गुणवत्ता दोनों का अभाव है। वहीं प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि विभागीय स्तर पर स्थिति का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
इस संबंध में नरेंद्र सिंह चौधरी, एक्सईएन (पीडब्ल्यूडी), छबड़ा ने बताया कि —
“बेमौसम बारिश की वजह से बायपास खराब होने की समस्या आ रही है। ठेकेदार को शीघ्र समाधान के लिए निर्देश दिए गए हैं। जहां आवश्यकता है, वहां चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएंगे।”


