प्रशासन की अनदेखी हादसों को दे रही न्यौता
बानसूर। स्मार्ट हलचल|क्षेत्र में खुले कुएं व बोरवेल से हादसों का डर बना हुआ है। उसके बाद भी जिम्मेदार अनदेखी कर रहे है। प्रशासन द्वारा खुलें कुएं व बोरवेल बंद करने के आदेश तों जारी किए जाते हैं, लेकिन कुछ समय बाद ये आदेश केवल फाइलों में ही दबकर रह जातें हैं। जब कोई हादसा होता है तों फिर आदेश की पालना करवानें पर जोर दिया जाता है। उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमानें पर खुले कुएं हादसों को न्योता दे रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अनदेखी कर रहे है। अगर समय रहतें प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है तों खुले कुएं व बोरवेल ऐसे हीं लोगों की जिंदगी कों निगलतें रहेंगे। प्रशासन कों सिर्फ कागजी खाना पूर्ति के अलावा कोई ठोस कदम उठाना पड़ेगा ताकि इन हादसों से बचा जा सके।
खुले कुएं में गिरने से महेंद्र सिंह की मौत,लीपापोती कर रहे जिम्मेदार
प्रदेश में हाल हीं में दोसा का आर्यन व सांगानेर का अनुज इन हादसों के शिकार हो चुके हैं बावजूद इसके जिम्मेदारों की नींद नहीं खुल रही है। निकटवर्ती कोटपूतली के किरतपुरा में मासूम चेतना खुली बोरवेल का शिकार हों गई तों वहीं कायमपुरा बास में बुजुर्ग भरतराम की जिंदगी खुले कुएं ने निगल ली। बावजूद इसके प्रशासन इन हादसों से कुछ नहीं सीखता। अब ताजा मामला सामने आया है बानसूर के ग्राम राठौड़ा का बास सें बुधवार देर रात्रि खुले कुएं में गिरनें से एक युवक की मौत हो गई । प्राप्त जानकारी के अनुसार हमीरपुर के राठौड़ा का बास निवासी महेंद्र सिंह राजपूत देर रात्रि अपने घर जा रहा था इसी दौरान आंगनबाड़ी के पास वह खुले कुएं में गिर गया। ग्रामीणों ने घायल को कुएं से बाहर निकाला और इलाज के लिए बानसूर उप जिला अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सकों ने महेंद्र सिंह को गंभीर हालत में कोटपूतली के राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में रैफर कर दिया जहां इलाज के दौरान महेंद्र सिंह नें दम तोड़ दिया।
जिम्मेदारों पर होगी उचित कार्रवाई – एसडीएम
उपखंड अधिकारी अनुराग हरित ने तहसीलदार को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद संबंधित लापरवाह कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी तों वहीं हमीरपुर पटवारी महेश मीणा ने बताया कि कुआं खातेदारी में है जिसमें 40-50 किसान हिस्सेदार हैं। जनवरी माह में खातेदारों को कुएं को ढकने का नोटिस दिया गया था लेकिन अभी तक कुआं नहीं ढंका गया। अब देखना होगा कि क्या वास्तव में प्रशासन इस मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई करता है या फिर कागजी खाना पूर्ति कर इतिश्री कर लेता हैं। इसके साथ हीं ग्राम पंचायत बास दयाल के ग्राम बास शेखावत,ग्राम पंचायत महनपुर व ग्राम पंचायत बुटेरी के ग्राम कोथल में आम रास्तों पर कई कुएं जर्जर अवस्था में खुलें पड़े हैं जिससें राहगीरों व पशुओं के साथ हादसे होने की संभावना बनी रहती हैं।
सीएम के आदेश की सरेआम उड़ रही धज्जियां
ऑपरेशन चेतना के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के सभी खुले बोरवेल व कुएं भरने के आदेश दिए थे लेकिन बावजूद इसके सीएम के आदेशों की स्थानीय प्रशासन द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही है। प्रशासन मानों जैसे अभी भी किसी ओर बड़े हादसे के इंतजार में हों। आमजन कों भी सरकारी आदेशों का पालन करने के लिए आगें आना चाहिए। प्रशासन के साथ-साथ ही आप भी जिम्मेदारी समझे और अपने खुले बोरवेल व कुओं को भरवाएं।प्रशासन ने नोटिस की कार्रवाई भी की है और एडवाइजरी भी जारी की है बावजूद इसके जिम्मेदारों पर इसका कोई असर नहीं है। आप भी अपनी जिम्मेदारी समझे ताकि हादसों से बचा जा सके।