मुख्य सचिव सुधांश पंत को सौपा ज्ञापन
बानसूर।स्मार्ट हलचल|प्रदेश के मुख्य सचिव सुधांश पंत के कोटपूतली – बहरोड जिले के दौरे के दौरान नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण गोपाल कौशिक ने जिले में नया आदर्श औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की मांग को लेकर मुख्य सचिव सुधांश पंत को ज्ञापन सौपा। कौशिक ने बताया कि ज़िले में वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों नीमराना घीलोट, शाहजहांपुर, कोलिला जोगा, बहरोड़, सोतानाला, केशवाना में औद्योगिक विस्तार एवं नए निवेश के लिए रीको के पास भूखंड अभी कम हीं मात्रा में उपलब्ध है लगभग सभी में उद्योग स्थापित हो चुके हैं, इसलिए ज़िले में नए औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की महती आवश्यकता हैं। जिले के वर्तमान परिपेक्ष में औद्योगिक विकास की प्रबल सम्भावना को ध्यान में रखते हुए बानसूर में नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की मुख्य सचिव से मांग की हैं। कौशिक ने बताया कि हमनें भारतीय एवं विदेशी निवेशकों से भी अपने स्तर पर बात की है जो कि बानसूर में निवेश करने के लिए तैयार हैं, जिसके लिए हमने अपने स्तर पर कुछ भूमि देखी है जिसमें प्रमुख रूप से ग्राम गुंता, महनपुर एवं इनके निकटवर्ती गांवों की भूमि बानसूर में औद्योगिक विकास के लिए प्रस्तावित करते हैं। क्योंकि ग्राम गूंता में तकरीबन 125 हेक्टेयर सरकारी भूमि है। जो वर्तमान में चारागाह है एवं इसके आस पास भी ग्राम मांची मीरापुर, रामनगर, महनपुर, बाबरिया, भूतपूरी, मौरोड़ी में भी 400 हैक्टेयर भूमि चारागाह के रूप में रिक्त पड़ी है जिसको राज्य सरकार चारागाह से औद्योगिक स्थापना के लिए भू-परिवर्तन कर जिले में एक आदर्श औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किया जा सकता है। जिसकी प्रबल संभावनाएं हैं। कौशिक ने बताया कि ग्राम गुंता व महनपुर की 250 हेक्टेयर भूमि दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे 48 से महज 5 किलोमीटर दूर है जिसकी कनेक्टीविटी के लिए यहां पूर्व में ही एमडीआर रोड बना हुआ हैं, जिससे राजमार्ग से जुड़ाव में भी किसी तरह की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिससे माल आवागमन में सुलभता प्रदान करेगी। यह भूमि पनियाला मोड़ से बडौदा मेव एक्सप्रेस वे राष्ट्रीय राजमार्ग जो कि पंजाब को दिल्ली मुम्बई से जोड़ता है उससे महज 1.500-5 किलोमीटर की दूरी पर मांची, मीरापुर, गुंता, रामनगर, महनपुर, भूतपुरी, मौरोड़ी, बाबरिया गांवों की सीमा से लगती है। पनियाला मोड़ से बड़ौदा मेव तक प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग पर बानसूर विधानसभा के गांव बबेड़ी व माजरा के नजदीक सर्विस लाईन सहित उचित उतार चढ़ाव की महत्ती आवश्यकता है जोकि औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना पर बहुत उपयोगी एवं सार्थक होगा। वर्तमान में यह विराटनगर से सोडावास स्टेट हाईवे से जुड़ा हुआ है जिसमें विराटनगर व थानागाजी के औद्योगिक क्षेत्र के घाटा बांदरोल से नारायणपुर, बानसूर, गूंता, हरसौरा, आलनपुर पर आगरा बीकानेर स्टेट हाईवे से जुड़ता है। यहां भूमिगत जल की उपलब्धता भी 200 से 250 फुट पर काफी प्रचुर मात्रा में है। इस भूमि के पास में ही वर्तमान में ही 220 केवी पॉवर हाऊस भी है जिससे विद्युत आपूर्ति भी सुलभता से हो सकेगी। बानसूर वर्तमान में शैक्षणिक स्तर में भी काफी शिखर पर चल रहा है, यहां विभिन्न ट्रेंड में शिक्षा एवं कुशलता प्रदान करने वाले शिक्षण संस्थान स्थापित है। जिससे उद्योगों को कुशल श्रमिकों की उपलब्धता में आसानी होगी। बानसूर में प्रस्तावित इस औद्योगिक क्षेत्र में महिला कुशल एवं अकुशल कामगार भी काफी मात्रा में उपलब्ध है जो कि वर्तमान में भी हजारों की तादाद में बानसूर क्षेत्र से नीमराना सहित आसपास के औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत है। इसके साथ ही यहा सरकारी भूमि होंने से आवाप्ति में किसी प्रकार की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा इसकी केवल किस्म परिवर्तन की आवश्यकता होगी। कौशिक ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा बानसूर के नीमुचाना व खोडरी तथा बहरोड़ के कायसा-डूमरोली में खाली पड़ी भूमि को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करवाने की कवायद की थी किन्तू यह भूमि नेशनल कनवर्जन जोन के अन्तर्गत आती है। जिसमें उद्योग स्थापित नहीं किए जा सकते हैं। वर्तमान में अधिकतर उद्योगों को भूमि की आवश्यकता है, सरकार भी राईजिंग राजस्थान के माध्यम से अधिक से अधिक उद्योग लगाने के लिए पूर्ण प्रयासरत हैं तथा निकट भविष्य में औद्योगिकरण में वृद्धि करने तथा सरकार की उद्योगों के हित में विकास करने की प्रबल मंशा को देखते हुए सरकार अतिशिघ्र उपरोक्त क्षेत्रों की भूमि को सामान्य श्रेणी में रूपान्तरण कर औद्योगिक क्षेत्र लगाने की सम्भावना को सार्थकता प्रदान करने का कार्य करें। इस मौके पर जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, उप महानिरीक्षक राजन दुष्यंत, अधिशाषी अभियंता जेवीवीएनएल मनोज गुप्ता, जीडी फूड के निदेशक विशाल बग्गा सहित अन्य उद्योगपति मौजूद रहें।