मिट गए अंगूठे के निशान, ना आंख से हो रहे आवेदन
नए सामाजिक पेंशन सैकडों बुजर्ग लाभार्थियों का छलका दर्द, सरकार के पास नही हैं इस समस्या का हल
धनराज भंडारी
झालावाड़4 फवारी ।
स्मार्ट हलचल/झालावाड़ जिले में सामाजिक पेंशन के सैकडों बुजर्ग लाभार्थी
है जिनके अंगूठे के निशान मिट गए,ना ही आंख से बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन आ रहे. पात्र होनें के बावजूद भी सामाजिक पेंशन से मेहरूम हैं. ईमित्र, पंचायत समिति. कई शिविरों में चक्कर काटने के बाद भी प्रशासन के पास इस समस्या का कोई हल नहीं निकला.चक्कर काटते काटते कई बुजर्ग भगवान को प्यारें हो गए.
सरकार बदल गई लेकिन नई सरकार से इन बुजर्गो को आस हैँ कि नए सामाजिक पेंशन पाने वालें बुजर्गों की समस्या का हल जल्दी निकाला जाएंगा. वेरीफिकेशन का अधिकार पंचायत समिति के विकास अधिकारी को दिया जाता है तो इनकी समस्या हल हो जाएंगी.
मीडिया की टीम जमीनी पड़ताल की गई तो
सुनेल की अस्मा बाई के तो लड़का भी नहीं हैँ इनका पति भी 84 वर्ष का हैं समेत अब्दुल तय्यब, मैमुना बाई, गंगाबाई समेत कई ने बताया कि हमनें सामाजिक पेंशन का आवेदन पत्र तैयार कर ईमित्र पर ले गए तो उंगली और अंगूठे के निशान उम्र के साथ गायब हो गए हैं और बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन में नहीं आ रहे हैं। इस कारण आवेदन पत्र सब्मिट नहीं हुआ सरकार की योजना के लाभ से वंचित रहा. यह दर्द सिर्फ इन्ही का ही नहीं है, बल्कि तमाम बुजुर्ग परेशान हैं, जिनकी उंगली और अंगूठे के निशान उम्र के साथ गायब हो गए हैं और बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन में नहीं आ रहे हैं।आवेदन भरने में परेशान हो रहे.लिहाजा उनका सुझाव है कि 75 वर्ष के उम्र के ऊपर के पेंशनधारकों को बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन का अधिकार विकास अधिकारी को दिया जावें.