सुनील बाजपेई
कानपुर।स्मार्ट हलचल|यहां सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही लोगों को असमय ही मौत का शिकार बनाने में लगातार सफल है ,जिसके क्रम में यहां के महिला चिकित्सालय डफरिन में भी दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई, जिसके खिलाफ दोनों गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया ।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों और फिर डॉक्टरों से पूछताछ की। इसके बाद दोनों के परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया।
इसमें पहली घटना का संबंध शुक्लागंज निवासी ऑटो चालक मनोज वर्मा से है। मनोज आज मंगलवार सुबह अपनी पत्नी निधि कश्यप को लेकर डफरिन हॉस्पिटल पहुंचे थे। इस दौरान दर्द से तड़पती उसकी पत्नी को देखना कोई नहीं आया। इसके बाद ज्यादा दर्द होने पर डॉक्टर ऑपरेशन थ्रिएटर में ले गए। वहां पर निधि ने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद डॉक्टरों ने बेटे की हालत नाजुक बताते हुए उसे आई सी यू में ले जाने की सलाह दी।
मौके पर पहुंची पुलिस को पति मनोज ने बताया कि जब बच्चे को आई सी यू में ले गए तो वहां पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
इसी तरह की दूसरी घटना लालबंगला के रहने वाली अंजली चौहान के साथ हुई। अंजलि 9 माह की गर्भवती थी। परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर आए थे, लेकिन डॉक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया था। जिसके बाद उसके बच्चे की भी मौत हो गई। घटना के विरोध में दोनों परिवारों के लोगों ने जमकर हंगामा किया। उन्हें पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाकर शांत कराया। पुलिस के मुताबिक घटना की जांच की जा रही है।