न्यूज कवरेज कर घर लौटते वक्त बजरी माफियाओ ने किया मीडियाकर्मी पर सरिए व लाठियों से हमला
राजाराम लालावत
टोंक। स्मार्ट हलचल
राज्य सरकार ने प्रदेश की सत्ता संभालते ही अवैध बजरी का कारोबार करने वालों के विरुद्ध सख्त आदेश निकाल कर इन पर लगाम कसने का खुला ऐलान किया था परंतु राजनीतिक व प्रशासनिक संरक्षण में फल फूल रहा अवैध बजरी व्यवसाय रूकने का नाम नहीं ले रहा है। वही अवैध बजरी खनन परिवहन को रुकवाने में जो भी प्रशासन की सहायता करता है उसे पर ही जान का खतरा मंडराता है। इसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण शुक्रवार की रात देवली उपखंड में देखा गया। शुक्रवार की रात में दैनिक समाचार पत्र में कार्यरत राजमहल निवासी बनवारी लाल वर्मा को सूचना मिली की बनास नदी में अवैध बजरी खनन व परिवहन हो रहा है। पत्रकार बनवारी लाल ने उक्त संबंध की सूचना देवली पुलिस थाना अधिकारी और पोल्याड़ा चौकी इंचार्ज को दी। वह अपने साथी सहित कवरेज करने के लिए गया।पुलिस प्रशासन द्वारा पत्रकार की सूचना पर त्वरित कार्रवाई नहीं करने की कीमत पत्रकार को अपने हाथ पैर तुड़वाकर चुकानी पड़ी है। जानकारी के अनुसार कवरेज कर वापस आते हुए पत्रकार का रास्ता रोककर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया जिसमें उसके हाथ और पैर टूटने की जानकारी है।राष्ट्रीय समाचार पत्र के पत्रकार द्वारा अवैध बजरी परिवहन की सूचना पुलिस को देना व पुलिस प्रशासन द्वारा उस पर कार्रवाई नहीं करवाना, वहीं पत्रकार पर जानलेवा हमला होने के बावजूद संबंधित समाचार पत्र द्वारा किसी भी प्रकार का समाचार प्रकाशित नहीं करना यह भी दर्शाता है कि अवैध बजरी परिवहन में राजनीतिक, प्रशासनिक व कलाम के सिपाहियों का भी घट जोड़ साफ-साफ नजर आता है। ऐसे मामलों पर पुलिस की उदासीनता कहे या मिली भगत यह अंदाजा आसानी से लगाया जाता है। इसलिए की एक प्रमुख समाचार पत्र के पत्रकार पर बजरी माफिया ने जानलेवा हमला कर पत्रकार और उसके साथी को बुरी तरह घायल कर दिया। हमले से पहले पत्रकार ने अवैध स्टॉक और परिवहन की सूचना पुलिस थानों को दी बावजूद इसके पत्रकार पर बजरी माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया। ऐसे में देखा जाए तो बजरी माफियाओ में पुलिस का खौफ रति भर भी दिखाई नहीं पड़ रहा है। इसलिए की यहां बजरी माफियाओ ने पुलिस के खौफ को ताक में रखकर खुलेआम बजरी का अवैध खनन परिवहन करने की हिमाकत दिखा रहे हैं। प्रदेश में सरकार चाहे किसी भी राजनीति पार्टी की रही हो। अवैध खनन और परिवहन के मामले में माफियाओ के विरुद्ध किए जाने वाली कार्रवाई और निर्देश, आदेश कागजों तक सिमट कर रहे जाते है। इसलिए की बजरी के अवैध खनन और परिवहन का मामला सामने आने पर कवरेज दौरान बजरी माफियाओ ने एक पत्रकार पर जानलेवा हमला कर दिया। उक्त हमले में बनवारी लाल बुरी तरह जख्मी होकर घायल हो गए। जिन्हें देवली चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। पीड़ित पत्रकार के भाई अशोक कुमार निवासी राजमहल ने दूनी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है जिसमें बताया कि भाई बनवारी लाल एक प्रमुख समाचार पत्र में पत्रकार है। शुक्रवार रात बनवारी लाल को राजमहल स्थित बनास नदी में कुछ लोगों की ओर से अवैध बजरी का स्टॉक कर परिवहन की सूचना मिली इस बनवारी लाल मामले में कवरेज करने वहां पहुंच गए और शुक्रवार रात्रि 8:30 बजे बजरी के अवैध परिवहन एवं खनन के मामले को कवरेज किया। इस दौरान बनवारी लाल ने देवली पुलिस थाना व पोल्याड़ा चौकी पुलिस को मामले की सारी जानकारी एवं सूचना दी। वहीं वापस घर लौटते वक्त रात करीब 11 बजे फिल्टर प्लांट के करीब पत्रकार की वेन के सामने एक कार आकर रूकी इसमें से 8-10 लोग उतरे और पत्रकार एवं उसके साथी पर जानलेवा हमला कर उन्हें गंभीर घायल कर दिया। इस मामले में पत्रकार के भाई ने पुलिस को बताया कि नोरतमल बैरवा निवासी दौलता मोड, सागर मीणा निवासी पनवाड़ का झोपड़ा व पप्पू लाल धाकड़ समेत चार-पांच लोगों ने लोहे के सरिए व धारदार हथियार से बनवारी लाल पर जान लेवा हमला कर दिया।उक्त हमले से पत्रकार बनवारी लाल के दोनों हाथ व पैर फ्रैक्चर हो गए हमलावरों के हमले से जख्मी बनवारी लाल को देवली अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के दौरान मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच बचाव कर पत्रकार बनवारी की जान हमलावरों से बचाई और हमलावर मौके से फरार हो गए। पत्रकार के भाई ने रिपोर्ट में बताया कि पूर्व में भी उक्त बजरी माफियाओ और हमलावरों ने पुलिस थाना हिंडोली में पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी तथा बजरी के साधन छुड़ाकर ले गए थे। फिलहाल पत्रकार के साथ हुई मारपीट के मामले में दूनी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।