ओम जैन
स्मार्ट हलचल/चित्तौड़गढ़ जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग में कुछ भी ठीक नही चल रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विभाग कि एक कार्यकर्ता नोकरी लगाने के नाम पर पैसे लेने को चलते अखबारों की सुर्खियां बनी हुई है, हालांकि अंदरखाने से खबर है कि मामला उजागर होने के बाद पूरे विभाग में खलबली मची हुई है, लेकिन ऐसा अंदाजा है कि उस रकम ने ऊपर तक हाथ रंगे हुए है शायद इसीलिए कार्यवाही के लिए कोई आगे नही आया और मामला सामने आने के 3 दिन बाद भी महिला कार्यकर्ता पर किसी तरह कि कोई कार्यवाही अमल में नही लाई गई।
घटियावली का मामला, स्थानीय जनप्रतिनिधि ने दबाया
मामले में सामने आया कि घटियावली में एक महिला को आंगनबाड़ी में लगाने के नाम पर एक मोटी रकम उक्त महिला द्वारा ली गई, हालांकि नोकरी नही लग पाने पर भी वो रकम बड़ी मुश्किल से लड़ झगड़ कर वापस ली गई, तब यह मामला सामने आया, बड़ी बाद मामले में यह कि पैसे देने वाली पार्टी का कहना है कि हम इस मामले में कुछ कह नही सकते क्योकि हमारे सरपँच प्रतिनिधि ओर स्थानीय पंचायत समिति सदस्य गोपाल कुमावत ने मामले को उझागर करने से साफ मना कर दिया, अब इससे उक्त पसस गोपाल कुमावत भी संदेह के दायरे में है कि क्या रकम कि कुछ राशि इन महोदय तक भी पहुची है जिससे अपने क्षेत्र और अपने ही समाज की महिला के साथ हुए भ्रष्टाचार पर भी उनको बोलने से चुप करवा दिया गया, या फिर ओर कुछ है यह सब तो जांच में ही सामने आ पायेगा, साथ ही उक्त महिला द्वारा कई अन्य लोगो से भी ऐसे ही पैसे लेने की बात सामने आ रही है।
नेताजी के नाम पर वसूली जारी
महिला द्वारा पैसे वसूली का तरीका भी जब सामने आया तो चोकाने वाला था, उक्त महिला चित्तोड़ के एक बड़े जनप्रतिनिधि के घर के बाहर पहुँचती है और वहाँ से इन महिलाओं को वीडियो कॉल करके बताती है कि मैं साहब के यहाँ आ गई हूं तुम्हारा काम हो जाएगा जल्दी पेमेंट कर दो, ऐसे कई महिलाओं से पैसे मांगने ओर लेने के मामले सामने आए है।
भ्रष्टाचार से जुड़ा यह मामला सामने आने के बाद कही ना कही विभाग कि किरकिरी तो हुई ही है साथ ही उक्त महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन में पदाधिकारी होने से भी अपना रोब जमाया हुआ है, शायद अधिकारी भी कार्यवाही से इसीलिए दूर है, अब देखना यह है कि क्या विभाग द्वारा कोई कार्यवाही कि जाएगी या ऐसे ही मामले को दबाया जाएगा यह तो समय ही बताएगा, फिलहाल यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मंत्री और विभाग को भी लिखा पत्र
जानकारी में यह भी सामने आया कि उक्त महिला द्वारा अपनी दबंगाई से विभाग में भी कही लोगो को परेशान कर रखा है, ओर इनका वसूली का दौर निरन्त जारी है, जिसकी शिकायत को लेकर उपमुख्यमंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री एवं विभागीय सचिव को भी पत्र लिखकर मामले में कार्यवाही कि मांग की है।