17 मिनिट में जनता के 17 लाख उड़ाए, अव्यवस्थाओं की खुली पोल।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|निम्बाहेड़ा का राष्ट्रीय दशहरा मेला हमेशा से प्रसिद्ध रहा है और यहाँ हमेशा से कई कलाकारों ने बड़ी तादाद में आने वाली जनता का दिल लुभाया है लेकिन इस बार मेले में नगरपालिका की भारी अनियमितता देखने को मिली, ओर जनता को निराशा के सिवाय कुछ भी हाथ नही लगा, मेले में सोमवार को नृत्यांगना सपना चौधरी का 17 लाख का कार्यक्रम पूरी तरह से फ्लॉप रहा और 17 मिनिट भी नही लगे जनता की खरी मेहनत के पैसे फुर होने में, जिससे यह साफ हो गया कि इस बार का यह पूरा मेला ही भाजपा नेताओं के प्रचार एवं भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया है।
गौरतलब है कि निम्बाहेड़ा नगरपालिका ओर व्यवस्था देखने वाले आने वाली भीड़ का अंदाजा लगाने और व्यवस्था करने में फेल रहे, जिससे बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी ओर मंच के ठीक सामने लगा डोम देखते ही देखते गिर गया, गनीमत रही कि डोम का एक हिस्सा ही गिरा जिससे कोई बड़ा हादसा नही हुआ, लेकिन मोके पर एकाएक भगदड़ मच गई, हालांकि पुलिस प्रशासन ने पूरी मुस्तेदी के साथ मोर्चा संभाला ओर जनता को सुरक्षित निकाला तो वही जनता की मेहनत के लाखो रुपये खर्च कर आयोजित किए कार्यक्रम को बीच मे ही रद्द करना पड़ा।
हालांकि कार्यक्रम तो रद्द हो गया लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही ओर अव्यवस्थाओं के चलते वहाँ जनहानि भी हो सकती थी जिसका जिम्मेदार कौन होता, क्योकि आयोजको ने तो जनता के 17 लाख मात्र 17 मिनिट में उड़ाकर इतिश्री कर दी।
ना कवि सम्मेलन सही हुआ ना कोई कार्यक्रम, पुरा मेला ही भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया
इस बार यह मेला जनता के मनोरंजन के बजाय सिर्फ और सिर्फ नेताओ के प्रचार के लिए बनकर रह गया, जानकारी में यह भी आया कि बजट की कमी के चलते मेले के आयोजन के लिए नगर पालिका ने 5 करोड़ की एफडी तक तुड़वा दी और फिर ऐसे फूहड़ कार्यक्रम करवाये जिसमे जनता के पैसों का सरासर दुरुपयोग हुआ है, वही 45 लाख रुपये खर्च कर कवि सम्मेलन आयोजित किया जो भी फ्लॉप रहा, जिससे ना सिर्फ नगरपालिका बल्कि भाजपा विधायक सहित स्थानीय नेता और भाजपा सरकार भी अब कही सवालों के घेरे में है।


