Homeराजस्थानकोटा झालावाङसंत निरंकारी मिशन एक आध्यात्मिक विचारधारा है- संत डॉ प्रदुमन भल्ला।

संत निरंकारी मिशन एक आध्यात्मिक विचारधारा है- संत डॉ प्रदुमन भल्ला।

धर्म जोड़ता है तोड़ता नहीं

धनराज भंडारी

स्मार्ट हलचल,सुनेल| 14 मार्च ।संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन एवं मंडल के तत्वधान में मेडतवाल धर्मशाला रामद्वारा परिसर में निरंकारी सत्संग कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए मानव कल्याण यात्रा पर पधारे कैथल हरियाणा से संत डॉ प्रदुमन भल्ला ने प्रवचन में कहा कि संत निरंकारी मिशन कोई धर्म या संप्रदाय नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक विचारधारा है युगो युगो से पीर पैगंबर संत महापुरुषों ऋषि-मुनियों ने संसार में केवल एक ही संदेश दिया है प्यार करुणा नम्रता सहनशीलता भाईचारे से युक्त होकर भक्ति करना आज भी देश विदेशों में संत निरंकारी मंडल की सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज हर मानव को मानव कल्याण करके ब्रह्म ज्ञान की दात देकर प्रभु निरंकार की अनुभूति कराकर मानव जीवन का सदुपयोग करना सिखा रही है क्योंकि मानव जन्म बड़े भाग्य से मिलता है सतगुरु माता जी का संदेश है गिरतों को उठाना रोतो को हंसाना हर मानव छोटे बड़े का माता पिता का आज्ञा का पालन करते हुए प्यार करते हुए जीवन को अच्छे ढंग से जीवन जीना है हमारा आचरण व्यवहार कर्म अच्छा होना चाहिए हमेशा नेकी के कार्य करते हुए प्रभु का धन्यवाद करना चाहिए जो कुछ भी है तन मन धन सब प्रभु की अमानत है जाती पाती ऊंच-नीच का भेदभाव नहीं करना है घर गृहस्ती में रहकर ही प्रभु का गुणगान करना है

संत ने कहा कि आत्मिक शांति के लिए सत्संग जरूरी है मानव जीवन का प्रथम एवं अंतिम लक्ष्य प्रभु की प्राप्ति सद्गुरु की कृपा परमात्मा की जानकारी अनुभूति होती है हमें अहंकार अभिमान कभी भी नहीं करना है क्रोध से दूर रहना है क्रोध से दिमाग की नसें कमजोर होती है हमें व्यर्थ बोलकर ऊर्जा नष्ट नहीं करनी है हर मानव में गुण देखने हैं जो नम्रता में रहता है वह ऊंचाइयों को छूता है हमें नम्रता में रहना है इस अवसर पर मंच संचालन गवर्नमेंट टीचर पूज्य दीदी कविता ने किया सुनेल ब्रांच के मुखी संत राजेंद्र गुप्ता ने आभार व्यक्त किया संत का हार्दिक अभिनंदन किया संत विजय गुप्ता ने लंगर की व्यवस्थाएं देखते हुए संत निरंकारी सेवादल के नौजवानों ने अनुशासन संभाला। संत ओम प्रकाश संत भगवान दास बुलचंदानी संत लक्ष्मण सिंह ने अपने – अपने विचार व्यक्त किए । बाल संगत के बच्चों महिला पुरुषों ने भजनों की प्रस्तुति दी । सत्संग के बाद संत निरंकारी मिशन का साहित्य भी वितरण किया गया यह जानकारी मीडिया सहायक विजय गुप्ता निरंकारी ने दी।

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