(मोहम्मद आज़ाद नेब)
जहाजपुर /स्मार्ट हलचल|नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। रास्ता राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होने के बावजूद स्कूल के खेल मैदान में सीसी सड़क बना दी गई, जो अब नवनिर्मित स्टेडियम के अंदर आने से तोड़ दी गई है।खेल मैदान पर बनाएं गए सीसी सड़क करीब 80 मीटर लंबी और 3.75 मीटर चौड़ी थी, जिसका निर्माण वर्ष 2021 में सेशन होने के बाद इसी साल किया गया था। सड़क निर्माण पर अनुमानित तीन लाख रुपए का खर्च आया, जो अब पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। सड़क निर्माण नगर पालिका की अनुशंसा पर पीडब्ल्यूडी द्वारा मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत कराया गया था। लेकिन अब जब नवनिर्मित स्टेडियम का क्षेत्र इसमें आ गया, तो पूरी सड़क को तोड़ दिया गया, जिससे आमजन की आवाजाही बाधित हो गई।
चौंकाने वाली बात यह है कि जब इस बाबत तत्कालीन कार्यवाहक ईओ से पूछा गया, तो उन्होंने मामले की जानकारी से इनकार किया, जबकि पीडब्ल्यूडी को दी गई अनुशंसा पत्र पर उनके ही हस्ताक्षर मौजूद हैं। सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि यह सड़क जिस भूमि पर बनी, वह भूमि राजकीय महाराणा सीनियर स्कूल के खेल मैदान के नाम दर्ज है, और स्कूल प्रशासन को इस निर्माण की कोई जानकारी नहीं थी। न तो तत्कालीन प्रिंसिपल को सूचना दी गई और न ही उन्होंने कोई आपत्ति दर्ज कराई।
स्थानीय लोग इस पूरे प्रकरण को “अंधेर नगरी चौपट राजा” की उपमा दे रहे हैं। बगैर समुचित कागजी प्रक्रिया और अनुमति के, एक सरकारी स्कूल के मैदान में सड़क निर्माण कर देना और फिर उसे तोड़ देना कई सवाल खड़े करता है।
क्या जिम्मेदार अधिकारियों पर होगी कार्रवाई? या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दब जाएगा—यह देखने वाली बात होगी।