प्रभु को नोकाविहार करते निहारने उमड़ा आस्था का सैलाब, इत्र से महका मन्दिर परिसर
;- निर्जला एकादशी पर नाव में सवार हो कर भक्तों को दिए दर्शन
:- मोगरे के पुष्पों से महल की तरह सजा मन्दिर, भगवान को लगा 56 भोग
:- तीसरी बार हुआ भव्य कार्यक्रम
राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी।
स्मार्ट हलचल|मेंवाड़ का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भगवान श्रीचारभुजानाथ के भक्तो द्वारा निर्जला एकादशी पर मन्दिर परिसर में ही अस्थाई कुण्ड तैयार कर प्रभू को सजीधजी नौका में विराजमान करा तीसरी बार कोटड़ी श्याम के भक्त व सेवकों के द्वारा नौका विहार महोत्सव आयोजित किया गया। प्रभु को नोकाविहार करते निहारने आस्था का सैलाब उमड़ा जिससे मन्दिर परिसर श्री चारभुजानाथ के जयकारों से गूंज उठा। साथ ही भक्तो ने इत्र के फवारे लगाने से मन्दिर परिसर सुगन्ध से महक उठा। साथ ही मोगरे के पुष्पों से महल की तरह सजा मन्दिर में विराजित भगवान के दर्शन कर धन्य महसूस किया तथा भगवान को लगा 56 भोग का प्रसाद चढ़ा भक्तो को वितरित किया गया। मंगलवार को मुख्यालय स्थित श्री चारभुजानाथ मन्दिर परिसर में नौका विहार महोत्सव पर भगवान के गर्भग्रह को टोंक से मोगरा पुष्प मंगवा कर महल का निर्माण कराया गया। वहीं गंगाजल, यमुना भाव से निर्मित विशेष कुंड का निर्माण, कुंड में विशेष कन्नौज के इत्र, गुलाब पत्ती कमल के फूलों द्वारा निर्माण कराया गया। साथ ही मंदिर में विशेष प्रकार के इत्र के फव्वारे भी लगाए जाने से पूरा मन्दिर परिसर इत्र के सुगन्ध से महक उठा। समारोह के दौरान ही प्रभू श्रीचारभुजानाथ को 56 भोग व मौसम के आधारित भगवान को ठंडा और रितु फलों का भोग भी लगाया गया। भगवान के नौका विहार के लिए विशेष नौका का निर्माण करा आकर्षकरूप से सजाया गया जिसमें प्रभू को विषेष श्रृंगारित कर नाव में विराजमान कराते ही परिसर जयकारों से गूंज उठा ओर शाम तक नौका विहार कराय गया। नोकाविहार महोत्सव के दौरान ही प्रभु पर आधारित भजनों की प्रस्तुति पर नाचते नजर आए। श्री चारभुजा मन्दिर ट्रस्ट ओर आयोजन समिति के द्वारा श्रद्धालुओ को दर्शन करवाने की विशेष व्यवस्था की गई।