गाजीपुर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में खेलकूद प्रतियोगिता में छाए प्रशिक्षु, अविनाश से संजीत तक सबने दिखाया दमखम
स्मार्ट हलचल\वाराणसी। पूर्वोत्तर रेलवे के क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, गाजीपुर में दिनांक 07 अप्रैल से 21 अप्रैल 2025 तक खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता ने न सिर्फ प्रशिक्षुओं के शारीरिक कौशल को मंच दिया, बल्कि उनमें टीम भावना और अनुशासन को भी मजबूत किया। आयोजन में कुल 88 प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया और पांच विभिन्न खेलों में अपने दमखम का प्रदर्शन किया। इनमें शामिल थे—बैडमिंटन एकल पुरुष, बैडमिंटन डबल पुरुष, बैडमिंटन एकल स्टाफ, कैरम, शतरंज और 100 मीटर दौड़।
खेलों की शुरुआत उत्साह के साथ हुई और प्रतियोगिता के हर चरण में प्रतिभागियों का जोश देखने लायक था। 100 मीटर दौड़ में अविनाश कुमार ने स्वर्ण पदक हासिल कर सबको पीछे छोड़ा, जबकि रजत और कांस्य पदक रविकांत एवं आदर्श कुमार को मिला। शतरंज की बौद्धिक टक्कर में विवेक सिंह ने अपनी सूझबूझ से पहला स्थान पाया, अनिमेष सिंह और नितिन कुमार क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। कैरम की बारी आई तो अमित दुबे ने अपनी सटीकता से बाजी मार ली, जबकि राजेश त्रिपाठी और बबलू तिवारी ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
बैडमिंटन (एकल पुरुष) में संजीत कुमार ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि अमित दुबे और राजू कुमार ने भी शानदार खेल दिखाते हुए रजत और कांस्य पदक जीते। स्टाफ वर्ग के बैडमिंटन एकल मुकाबले में रोशन कुमार पहले और सत्येन्द्र कुमार दूसरे स्थान पर रहे। डबल मुकाबलों में भी प्रतियोगिता रोमांच से भरपूर रही। बैडमिंटन डबल में अमित दुबे और संजीत कुमार की जोड़ी ने स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि संजय कुमार-छविराम और बबलू कुमार-पवन की जोड़ियों ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान पाया।
प्रतियोगिता का समापन समारोह गौरवपूर्ण रहा, जहां संस्थान के प्रधानाचार्य एस के राय ने विजेताओं को ट्रॉफी और शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया। अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार देकर उनके उत्साह को भी सराहा गया। इस पूरे आयोजन की अध्यक्षता प्रधानाचार्य एस के राय ने की, जबकि संचालन खेल सचिव पूर्णेंदु कुमार के निर्देशन में किया गया।
जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य न सिर्फ शारीरिक विकास है, बल्कि आपसी सहयोग, प्रतिस्पर्धा और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देना भी है। गाजीपुर प्रशिक्षण संस्थान की यह पहल निश्चित ही अनुकरणीय है, जिसने खेलों के माध्यम से युवा प्रशिक्षुओं को अनुशासन, समर्पण और सफलता का पाठ पढ़ाया।