ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|देश मे अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने वाले 2 कोड़ी के नेता हमेशा से लोगों को धर्म के नाम पर लड़वाते आये इस बात से कोई भारतीय इंकार नही कर सकता, किसी भी देश मे कोई घटना हो तो उसके पीछे कई कारण हो सकते है लेकिन भारत मे हर घटना के पीछे नेताओ का हाथ होता इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता।
हमारे हिंदुस्तान में हमेशा से यही कहा जाता रहा है कि देश मे मुसलमान सुरक्षित नही जबकि जिस देश में प्रथम नागरिक यानी राष्ट्रपति के रूप में एक देशप्रेमी मुस्लिम एपीजे अब्दुल कलाम उस देश मे मुसलमान सुरक्षित नही होने की बात ही पैदा नही होती।
देश के जैसे हालात देखने को मिल रहे जैसे अभी कश्मीर के पहलगाम में या फिर मुर्शीदाबाद, कोलकाता, गोधरा, दिल्ली, उदयपुर ओर मुजफरनगर कही भी देख लो जो कांड हुए उसे देखकर कही आपको लगता देश मे मुसलमान सुरक्षित नही, मैं बताना चाहूंगा ये सब देखने के बाद अब यह लगने लगा कि अपने ही देश मे खुद हिन्दू ही सुरक्षित नही है।
समय है जाग्रत होने का देश के लिए लड़ने का अगर अभी भी समय रहते शेर होकर सामने नही आये तो बकरा बनने के लिए तैयार हो जाना होगा, जान बचाने के लिए कलमा सीखना होगा, क्योकि जब तुम देश के लिए आगे नही आओगे ओर सिर्फ मोमबत्तियां लेकर हो हल्ला करोगे, सरकार को कोसते रहोगे तो वह दिन दूर नही जब तुम्हारे साथ भी यही सब कुछ होगा और ना तुम कुछ कर पाओगे ना ओर कोई कुछ करने आएगा।
देश के हालात इतने तेज बदल रहे है जिसके पीछे देश की भ्रष्ठ राजनीति है इस बात से इन्कार नही कर सकते। इसलिए देश के अंदर ओर बाहर के दोनों दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब देने का समय है, आगे आने का समय है, सरकार को कोसने का नही सरकार को समर्थन कर आतंकवाद को मुंह दौड़ जवाब देने का यही उचित समय है, सब सिर्फ हिन्दू कहलाने से काम नही चलेगा हिन्दू बनने कि जरूरत है।