बूंदी, 23 दिसंबर। स्मार्ट हलचल|जिले की हिण्डोली पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सहसपुरिया में स्थित सलावलिया बाँध पर चल रहे विकास कार्यों में अनियमितता सामने आई है। यहाँ सफाई और सुदृढ़ीकरण कार्य के नाम पर कागजों में श्रमिकों की फर्जी हाजिरी भरकर सरकारी धन के दुरुपयोग की कोशिश की जा रही थी। शिकायत मिलने पर मनरेगा लोकपाल दीपक मीणा ने मौके पर पहुंचकर औचक निरीक्षण किया।
लोकपाल द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग की मस्टररोल में 10 श्रमिकों की उपस्थिति दिखाई गई थी। लेकिन भौतिक सत्यापन किया गया, तो कार्यस्थल पर सिर्फ एक श्रमिक ही मौजूद मिला। बाकी के 9 श्रमिक गायब थे, जबकि रिकॉर्ड में उन्हें काम पर दिखाया गया था।
जांच में केवल संख्या का ही अंतर नहीं मिला, बल्कि नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई थीं। लोकपाल द्वारा मस्टररोल की गहन जांच में पता चला कि दो दिन की हाजिरी पहले से ही भरी जा चुकी थी।
“नरेगा लोकपाल ने बताया कि जनहित की योजनाओं में पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है। सलावलिया बाँध मामले में अभिलेखों और मौके की स्थिति में अंतर मिला है। विस्तृत जांच जारी है, दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।”
उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान मौके पर ही श्रमिक के बयान दर्ज किए गए। प्रथम दृष्टया इस मामले को गंभीर अनियमितता माना जा रहा है। मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसके बाद आगामी वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


