अजय सिंह (चिंटू)
जोबनेर-स्मार्ट हलचल/श्री करण नरेंद्र कृषि महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन स्वयंसेवकों ने आसलपुर स्थित आशापुरा माता मंदिर और आसपास के क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया। प्लास्टिक कचरा उठाने के साथ, स्वयंसेवकों ने मंदिर के दर्शन किए और उसके ऐतिहासिक महत्व को समझा।
विवेकानंद केंद्र के कार्यकर्ताओं ने स्वयंसेवकों को देशभक्ति और सनातन संस्कृति के महत्व से परिचित कराया। विभाग सहप्रमुख कैलाश चंद्रगुप्त ने कहा, “सनातन संस्कृति विश्व की प्राचीनतम और समृद्ध संस्कृति में से एक है। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना के साथ यह संस्कृति हमें विश्व को एक परिवार मानने की शिक्षा देती है।”
डॉ. पुखराज संकलेचा ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि मातृभूमि केवल भूमि का टुकड़ा नहीं, बल्कि कर्मभूमि है। उन्होंने राष्ट्र के प्रति निष्ठा और चरित्र निर्माण पर बल दिया। उन्होंने कहा, “स्वामी विवेकानंद के आदर्श हमारे जीवन को सार्थक बना सकते हैं।”
शिविर में उपस्थित स्वयंसेवकों ने राष्ट्रहित में सदैव कार्य करने की शपथ ली और एकजुटता का संदेश देने के लिए सामूहिक खेलों में भाग लिया। इस अवसर पर एनएसएस कार्य प्रभारी डॉ. बी.एस. चंद्रावत, डॉ. एस.एल. शर्मा, डॉ. प्रेरणा और डॉ. पुष्पा भी उपस्थित रहे।
यह शिविर न केवल सामाजिक चेतना का प्रतीक बना, बल्कि युवाओं के मन में राष्ट्रप्रेम और समाजसेवा की भावना को भी प्रबल किया।