Homeलाइफस्टाइलहेल्थ - फिटनेसपुराना आलू एसिड से बना नया,दिखावटी सब्जी सेहत के लिए बेहद खतरनाक,old...

पुराना आलू एसिड से बना नया,दिखावटी सब्जी सेहत के लिए बेहद खतरनाक,old potato adulteration

सर्दी के दस्तक के साथ चमकदार हरी सब्जियां बाजार में आ जाती हैं। छिलका उधड़े हुए नया आलू भी खूबसूरत दिखता है। बाजारों में नया आलू बिक भी रहा है। मगर सिर्फ देखकर इन पर भरोसा मत करिए। यह दिखावटी सब्जी सेहत के लिए बेहद खतरनाक भी हो सकती है। इतना ज्यादा कि चंद दिनों में ही आपका लीवर खराब हो सकता है। कैंसर तक की बीमारी हो सकती है। दरअसल, अधिक मुनाफा कमाने के लिए खुदरा सब्जी विक्रेता पुराने आलू को एसिड से धोकर नया आलू जैसा तैयार कर रहे हैं। यह एसिड बाथरूम साफ करने वाला एसिड होता है। एसिड से धोने पर आलू का छिलका हल्का उधड़ जाता है। ये देखने में बिल्कुल नए आलू की तरह ही लगता है। एक व्यापारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ऐसा ही खेल अदरक, चुकंदर और फूलगोभी के साथ भी खेला जाता है। बता दें कि रांची में नए आलू की सप्लाई सितंबर के महीने से खूंटी और गुमला से होनी शुरू हो गई है। मगर इसकी मात्रा कम है। वहीं इसके दाम पुराने आलू से लगभग दस रुपये प्रति किलो ज्यादा है।

चमकदार सब्जियों के मिलते हैं दाम : सब्जी बाजार में जो सब्जी जितनी चमकदार होती है उतना ही ज्यादा उसका दाम मिलता है। ऐसे में खुदरा व्यापारी सब्जियों पर रंग और केमिकल का इस्तेमाल करते हैं। लोग भी ज्यादा चमकदार सब्जियों को ताजा समझकर ज्यादा भाव में खरीदने को तैयार हो जाते हैं। जैसे पुराने आलू में एसिड से आलू के छिलके निकल जाते हैं, उसी तरह फूलगोभी थोड़ी सफेद दिखने लगती है। लिहाजा किलो में कम से कम पांच से दस रुपये का फर्क आ जाता है। मगर एसिड में डूबी सब्जी को ज्यादा दिनों तक स्टोर नहीं कर सकते। ये खराब भी जल्दी होने लगती है। ऐसे में विक्रेता इतनी सब्जी ही एसिड में डालते हैं जितनी एक दिन में निकल जाए।

कैसे चलता है एसिड का खेल

बाथरूम साफ करने वाली एसिड बाजार में आसानी से उपलब्ध है। खुदरा विक्रेता इसे लाकर टब में पानी के साथ मिलाकर रख देते हैं। इसके बाद सब्जियों को तय समय के लिए इसमें डूबाकर छोड़ दिया जाता है। जैसे आलू पूरी रात एसिड में रहता है। वहीं फूलगोभी तीन से साढ़े तीन घंटे के लिए भिगोया जाता है। आलू को नया रूप देने के लिए मिट्टी और गेरूआ(रंग) में थोड़े देर छांव में सूखने दिया जाता है। पूराने आलू को एसिड में डालने से पहले उसमें से निकल रहे पौधे को तोड़ दिया जाता है। अगर कुछ बच भी जाता है तो मिट्टी के साथ मिलने पर रगड़कर टूट जाता है। इसके साथ ही छिलका उधड़े हुए नया आलू बाजार में बिकने को तैयार हो जाता है।

 

सिड से धोयी गईं सब्जियां स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इसका सबसे ज्यादा छोटे बच्चों पर असर पड़ता है। इनके नाजुक अंग शरीर में एसिड को बर्दाशत नहीं कर पाते। इससे पेट की कई बीमारियां हो सकती हैं। साथ ही बच्चों के साथ बड़े भी अल्सर, पैंक्रियाज कैंसर, लीवर की खराबी या कैंसर, पेट खराब होना, दिल की बीमारी या हाइ बीपी के शिकार हो सकते हैं। मेरी राय है कि हमें सब्जी और फल दोनों सावधानी से खरीदनी चाहिए और बेहतर तरह से धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -