जिस घर में माता-पिता का आशीर्वाद होता है, वह घर सफल होता है: जिला कलक्टर नमित मेहता
जिला कलक्टर ने किया वृद्धाश्रम का अवलोकन, लिया बुजुर्गों का आशीर्वाद, 85 वर्ष आयु से ऊपर वालों वृद्धजनों को किया सम्मानित
(पंकज पोरवाल)
भीलवाड़ा।स्मार्ट हलचल/ओम शांति सेवा संस्थान मंगरोप रोड वृद्ध आश्रम पर 85 वर्ष की आयु से अधिक उम्र वाले वृद्धजनों को सम्मानित कर उन पर पुष्प वर्षा कर अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम मे जिला कलक्टर नमित मेहता, एडीएम ओमप्रकाश मेहरा सहित कई गणमान्यजन उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु वंदना से की गई। जगदीश कोगटा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपस्थित सभी को आश्रम की गतिविधियों की जानकारी दी। संस्थापक सदस्यों ने माला दुपट्टा ओढ़ा के मोमेंटो देकर 85 वर्ष आयु से ऊपर वालों वृद्धजनों को सम्मानित किया। जिला कलक्टर नमित मेहता एवं एडीएम ओमप्रकाश मेहरा ने वृद्ध आश्रम का अवलोकन कर सभी वृद्ध जनों से आशीर्वाद लिया एवं गुलाब के फूलों द्वारा सभी वृद्धजनों पर पुष्प वर्षा कर अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस को आनंदपूर्वक मनाया गया। जिला कलक्टर ने सभी को इस दिन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जिस घर में माता-पिता का आशीर्वाद होता है, वह घर सफल होता है। बुजुर्गों के आशीर्वाद से अवश्य ही शक्ति और सामर्थ्य मिलेगी। उन्होंने संस्थान के सदस्यों से कहा कि आप जो कार्य कर रहे हैं, उसमें आपको सफलता मिलेगी और आप सेवा अच्छी तरह से कर पाएंगे। आपको जो संसाधन चाहिए, वे आपको मिलेंगे, चाहे वे समाज से हों या सरकार से। उन्होंने कहा कि हम आपके साथ सहयोग करने की कोशिश करेंगे। आपका कार्य बहुत अच्छा है, और इससे बेहतर कोई कार्य नहीं हो सकता। आपकी मंशा सेवा को आगे बढ़ाने की है, और हम आपके साथ हैं। कार्यक्रम में ललित बाबेल, विनोद गोखरू, डॉ सुबोध जैन, संजय बूलिया आदि उपस्थित जनों के अलावा संस्थापक सदस्य की पूरी टीम जिसमें सत्यनारायण मूंदड़ा, सुभाष चैधरी, राजकुमार बूलिया, नवीन काकानी, राजकुमार जैन, शांतिलाल बाबेल, नरेश सोमानी, राधेश्याम सोमानी, कृष्ण गोपाल लढा, राकेश काबरा, आयुष झामड, सुरेंद्र सांखला, मुकेश चोपड़ा, दिनेश अजमेरा, पंकज कुमार सूर्या एवं अनिल बोरदिया आदि संस्थापक सदस्य व करण सिंह रांका, सज्जन सिंह मुणोत्त, श्रीमती पदमा देवी चैधरी, माणकचंद खमेसरा, देव प्रकाश उपाध्याय, गोवर्धन लाल सुल्तानिया, भेरुलाल शर्मा, रतनलाल चतुर, सुंदरलाल जैन, मदन लाल अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह बूलिया, श्रीमती चाँद देवी बावेल, मिट्ठू लाल सोनी श्रीमती कृष्णा बाहेती आदि उपस्थित थे।