Homeअजमेरकभी था नीमराना की शान आज केवल छठ पूजा आयोजन तक सीमित

कभी था नीमराना की शान आज केवल छठ पूजा आयोजन तक सीमित

नीमराना का ऐतिहासिक तालाब कभी नीमराना की शान हुआ करता था या यू कहे कि नीमराना की जीवन रेखा तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी
नीमराना क्षेत्र की जनता की पानी की आवश्यकताओं को देखते हुए इसे राजा चंद्रभान ने बनवाया था। बाद में समय के साथ इसका कायाकल्प राजा ईश्वरी सिंह ने कराया। लम्बे चौड़े तालाब के साथ आसपास के क्षेत्र में गोचर भूमि की बहुतायत थी । जिसमे उस वक्त गाय और अन्य पालतू पशु चरते थे। और बड़ी संख्या में जंगली जानवरों का बसेरा हुआ करता था।
ऐतिहासिक तालाब में पहाड़ों व जंगल में हुई वर्षा का पानी आता था जिसके रास्ते आज अतिक्रमण से बन्द हो गए है पानी की आवक एकदम खत्म सी हो गई। समय के साथ स्थानीय स्तर पर नफा नुकसान देखकर सरकारी योजनाओं नरेगा सहित अन्य में प्रति वर्ष लाखो रूपये का बजट खर्च भी हुआ है लेकिन आज भी पानी के लिए प्यासा है। ये तालाब राजनीति की ऊपेक्षा का शिकार भी खूब हुआ है। ये कभी पानी से लबालब रहता था। तो इसकी सुंदरता तब देखते ही बनती थी। इसके अंदर पुरुष , महिला, व पशु घाट अलग अलग बने हुए हैं पहाड़ो से वर्षाती पानी आने के लिये मेरी एक लंबी नहर हैं जिसकी होदी में पहाड़ो से वर्षा का पानी आता था जो फिल्टर होकर इसके अंदर आता था।अब नहर को पक्की बना कर इसके ऊपर लेंटर डालकर दरवाजा लगा दिया। इसके नहर के रास्तों की जगह पर मकान , ग्वाडे बनाकर व रास्ता ऊँचा कर दिया जाने से पहाड़ो का पानी इसके अंदर आना बंद सा हो गया है । वर्तमान में नगर पालिका नीमराना ने इसकी सौन्दर्यता को बनाने के लिए काफी धन खर्च किया लेकिन किसी कारण से जरूरी काम से उन्होंने भी मुंह फेर लिया । कुछ लोगो ने तो अपनी राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिए इसकी धार्मिक आस्था से छेड़छाड़ भी की है । आज ये आपने ऐतिहासिक स्वरूप को धीरे धीरे खो रहा है आज ये केवल छठ पूजा आयोजन और सरकारी आयोजन तक सीमित रह गया है पिछले साल ही इसमें लैट्रिन के सेफ्टी टैंक जो गटर से गंदगी निकालने के काम आता है उसका पाइप इसके अंदर डालकर इसकी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया था। लेकिन अपनी राजनीतिक पकड़ कमजोर ना हो इसलिए जिम्मेदारॉ इसको लावारिस छोड़ दिया है
कुछ राजनीतिक पृष्ठभूमि के लोग अपनी राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए इसके ऐतिहासिक रूप को संवारने की बजाय इसके महत्व को खत्म करने के साजिश कर रहे हैं स्थानीय लोगों ने ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाकर इसके ऐतिहासिक महत्व को संवारने की मांग की है

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