ऑनलाइन जॉब फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश; चार दबोचे, वर्क फ्रॉम होम के नाम पर करते थे ठगी
पंजाब पुलिस ने असम से दबोचे चार साइबर अपराधी, वर्क फ्रॉम होम के नाम पर करते थे ठगी
राजेश कोछड़
चंडीगढ़-स्मार्ट हलचल/पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम डिवीजन ने असम के अलग-अलग जिलों से चार साइबर अपराधियों को गिरफ़्तार करके एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन जॉब फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी पुलिस डायरैक्टर जनरल (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने यहां दी। यह गिरोह के टेलीग्राम मोबाइल ऐप के ग्रुपों मेंऑन का प्रयोग करके ‘वर्क फ्रॉम होम’ की नौकरियों की पेशकश करके भोले-भाले व्यक्तियों को अपने जाल में फंसाता था। डीजीपी ने बताया कि इस गिरोह के मैंबर भरोसा हासिल करने के लिए पहले पीडि़तों को छोटे-मोटे काम करने के बदले छोटी.मोटी रकम अदा करते थे। बाद में, पीडि़त को बड़ी रकम वापस करने का लालच देकर अलग. अलग तरह के बहानों से पैसे ठगते थे। उन्होंने कहा कि इन गिरफ़्तारियों से पंजाब पुलिस ने पूरे देश में बड़े स्तर पर फैले साइबर धोखाधड़ी गठजोड़ पर नकेल कसने के लिए बड़ा कदम उठाया है।
गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान जहीरुल इस्लाम, रफीउल इस्लाम, महबूब आलम और अज़ीज़ुर रहमान के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने उनके पास से दो स्वाइप मशीनें, दो बायोमीट्रिक स्कैनर, एक आई स्कैनर, एक फिंगरप्रिंट स्कैनर, 38 पैन कार्ड, 32 डेबिट/के्रडिट कार्ड, 16 सिम कार्ड, 10 वोटर कार्ड, 9 आधार कार्ड, 10 बैंक खातों की पासबुक/चैकबुक, पांच सरकारी रसीदी टिकटें, पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, दो पैन ड्राइव और एक एसबीआई आईडी कार्ड बरामद किया है। एडीजीपी साइबर क्राइम वी नीरजा ने बताया कि धोखेबाज़ों द्वारा 25 लाख रुपए की ठगी का शिकार हुई एक महिला की शिकायत के बाद, एसआई जुझार सिंह जंजुआ और एसआई दविंदर काश्नी के नेतृत्व में साइबर क्राइम टीम ने मामले की जांच की और पाया कि यह गिरोह असम के अलग-अलग जिलों से चलाया जा रहा था। डीआईजी साइबर क्राइम नीलांबरी जगदले ने बताया कि जांच में सामने आया है कि अब तक 23 राज्यों के 160 पीडि़तों के साथ धोखाधड़ी की गई है और आगे की जांच के दौरान और पीडि़तों की पहचान होने की संभावना है। प्राथमिक जांच से यह भी पता लगा है कि मुख्य सरगना, जो विदेशों से इस धोखाधड़ी के रैकेट को चला रहे हैं, क्रिप्टोकरंसी में पैसे प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि डीएसपी साइबर क्राइम, प्रभजोत कौर द्वारा जांच की जा रही है और अन्य गिरफ़्तारियां होने की आशंका है।