चित्तौड़गढ़।स्मार्ट हलचल/भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति के बैनर तले अफीम किसान विगत चौदह वर्षों से अपनी मांगों को लेकर धरना, प्रदर्शन करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों तक अपनी मांगों को मनवाने के लिए संघर्षरत है इसी क्रम में मंगवार के लिए अपनी मांगों को लेकर भारतीय अफीम किसान संगठन समिति ने जिला कलक्ट्रेट चौराहे के बाहर धरना देते हुए प्रदर्शन किया बाद में किसानों ने जिला कलक्टर आलोक रंजन से भेंट वार्ता कर अपनी मांगों से अवगत कराया। किसानों ने जिला कलक्टर को वित्त मंत्री के नाम मांग पत्र सौंपा है जिसमें वर्ष 1997 से 98 से लगाकर आज दिनांक तक किसी भी कारण से कटे हुए पत्तों को शून्य औसत के आधार पर बहस करने की मांग की गई। अफीम किसानों ने सीपीएस पद्धति का गौर विरोध करते हुए उसे तत्काल प्रभाव से बंद करने एवं अफीम पट्टों को लुवाई चिराई के अधिकार के साथ दिलाए जाने की मांग की है। किसानों ने धारा 8 बटा 29 को समाप्त करने की मांग करते हुए कहा है कि इस धारा से पीड़ित हजारों किसान आज भी जेलों में निर्दोष होने के बावजूद सड़ रहे हैं और इसका परिणाम उनके निर्दोष परिजनों को भुगतना पड़ रहा है इसलिए धारा 8 बात 29 को तत्काल समाप्त करते हुए सरकार किसानों को राहत प्रदान करावें। अंतर्राष्ट्रीय मानकता के आधार पर अफीम के सरकारी भाव को बढ़ाया जावे किसानों को कहना है कि महंगाई और बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन अफीम के भाव है कि सरकार बढ़ाने के नाम नहीं ले रही जिससे अफीम किसानों को मजदूर ऊंचे दामों पर प्राप्त हो रहे हैं जिससे अफीम की बुवाई से लेकर अफीम सरकार को सौंपने तक की लागत मूल्य सरकार की खरीद मूल्य से भी अधिक पड़ती है और किसानों को अफीम की खेती करने के बावजूद कुछ भी हाथ नहीं लगता इसलिए सरकार अफीम के भावों को बढ़ाने पर ध्यान आकर्षित करावें।
समिति के संरक्षक मांगीलाल मेघवाल बिलोट ने डोडा चूरा सरकार के द्वारा उचित मूल्य पर खरीदें जाने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपते समय भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति, राजस्थान मध्यप्रदेश के संरक्षक मांगीलाल मेघवाल बिलोट, राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह दास बैरागी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोपाल धाकड़, राष्ट्रीय महासचिव भोपाल सिंह चौहान, नीमच जिला अध्यक्ष परसराम मीणा, नीमच जिला उपाध्यक्ष जसराज बानिया, रतलाम जिलाध्यक्ष भंवरलाल कुमावत, जावरा तहसील अध्यक्ष निर्भय राम आंजना, परवत सिंह, विजय सिंह, दिलिप सिंह, कन्हैयालाल राठौड़, कमल सिंह, भगवान लाल, दौलतराम पाटीदार, कंवरलाल नायक, विनोद धाकड़, पप्पू लाल, माधवलाल, रघुनाथ नायक, मन्नालाल टेलर, भंवरलाल चौहान, बाबूलाल धाकड़, भगतराम, इन्दर सिंह, मनोहर सिंह, बादर सिंह, विनोद व्यास,अजय सिंह, प्रभुलाल, भैरूलाल धनगर, राजेंद्र सोनी, कालूदास बैरागी, प्रभुलाल मालवीय, प्रभुलाल भील, भैरूलाल जटिया, भंवर सिंह गौड़, अर्जुन सिंह, सुरेश जटिया गुरजनीया, अशोक धाकड़, रंगलाल सुथार, प्रकाश वैष्णव देलवास सहित कई अफीम किसान मौजूद रहें।


