युवा जागृति संस्थान और आईओआरए इकोलॉजिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और सोडेस के बीच एमओयू
ऑर्गेनिक कृषि और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा
बानसूर।स्मार्ट हलचल/पर्यावरण संरक्षण और ऑर्गेनिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, युवा जागृति संस्थान ने आईओआरए इकोलॉजिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और सोडेस के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर बुधवार को बानसूर में हस्ताक्षर किए गए । इस साझेदारी का उद्देश्य अलवर और आसपास के क्षेत्रों में पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाना और सतत विकास के लिए एग्रोफोरेस्ट्री (कृषि वानिकी) को बढ़ावा देना है।
पर्यावरणीय संरक्षण और हरित अलवर का निर्माण सामुदायिक और व्यक्तिगत भूमि पर वृक्षारोपण के माध्यम से हरित कवर में वृद्धि,”स्वच्छ और हरित अलवर” परियोजना को मजबूत करना
कार्बन क्रेडिट प्रबंधन
कार्बन क्रेडिट के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करना और उसे ग्रामीण समुदायों के बीच वितरित करना, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के अनुकूल रणनीतियों को लागू करना।
तकनीकी और डिजिटल सहयोग
आईओआरए की विशेषज्ञता के तहत कार्बन क्रेडिट परियोजनाओं का विकास, प्रमाणीकरण, पंजीकरण और सत्यापन, सोडेस द्वारा डिजिटल जनसंपर्क, जागरूकता कार्यक्रम और डेटा संग्रहण में सहायता।
हरित सौभाग्यम परियोजना
एमओयू के तहत “हरित सौभाग्यम” नामक एक विशेष परियोजना शुरू की जाएगी, जिसका उद्देश्य प्राकृतिक समाधान के लिए वित्तीय व्यवस्था करना है। यह परियोजना किसानों की भूमि पर एग्रोफोरेस्ट्री को बढ़ावा देगी और ग्रामीण आजीविका को सुदृढ़ करेगी।
संस्थान की दृष्टि
युवा जागृति संस्थान की “ग्रीन अलवर” पहल पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के लिए एक अनुकरणीय प्रयास है। संस्थान ने इस साझेदारी को एक ऐसा कदम बताया जो क्षेत्रीय किसानों और समुदायों को आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक रूप से सशक्त करेगा।
इस अवसर पर राज कुमार श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त भारतीय वन सेवा अधिकारी, क्षेत्र वानिकी, नीति विकास और तकनीकी नवाचार में तीन दशकों से अधिक की विशेषज्ञता लेकर आए हैं, ने कहा, “यह समझौता पर्यावरण संरक्षण और कृषि के क्षेत्र में सतत विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। हमारे प्रयासों से ग्रामीण समुदायों को नई दिशा मिलेगी और भविष्य में जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद मिलेगी। सोडेस के अध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार त्यागी (सेवानिवृत्त आईएएस) ने कहा कि यह साझेदारी डिजिटल सशक्तिकरण और सामुदायिक जागरूकता को बढ़ाने का काम करेगी। वहीं, नीरज अग्रवाल ने कहा कि आईओआरए संस्थान पर्यावरणीय प्रोजेक्ट्स को तकनीकी और वित्तीय रूप से सफल बनाने में सहयोग करेगा। युवा जागृति संस्थान सीईओ डॉ. गोकुलचंद सैनी ने कहा यह एमओयू पर्यावरण संरक्षण और ऑर्गेनिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह पहल न केवल अलवर क्षेत्र के विकास को गति देगी, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगी। इस अवसर पर युवा जागृति संस्थान के सीईओ डॉ. गोकुलचंद सैनी, सोडेस के अध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार त्यागी (सेवानिवृत्त आईएएस), सचिवउत्तम गुप्ता सचिव और आईओआरए के सीनियर मैनेजर नीरज अग्रवाल उपस्थित थे।