विज्ञान नगर मंदिर बना आध्यात्मिक केंद्र, 14 मार्च तक चलेगी सिद्धों की आराधना
कोटा। स्मार्ट हलचल/विज्ञान नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में अष्टानिका महापर्व के पावन अवसर पर सिद्ध चक्र मंडल विधान का भव्य आयोजन धूमधाम से जारी है। इस आयोजन के माध्यम से 14 मार्च तक सिद्धों की विशेष आराधना की जा रही है। मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण से ओतप्रोत है, जहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन और पूजन के लिए पहुंच रहे हैं।
मंदिर समिति के अध्यक्ष राजमल पाटौदी ने बताया कि विशेष अनुष्ठान के तहत 64 अर्घ समर्पित कर आराधना की गई। इस दौरान मंदिर में आध्यात्मिक माहौल का निर्माण हुआ और उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तिरस में डूबे रहे। प्रतिदिन सायंकाल भव्य आरती का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें समाज के लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
महामंत्री अनिल ठौरा ने बताया कि विधान के दौरान पंडित उदय शास्त्री के प्रवचन नियमित रूप से हो रहे हैं, जिनमें वे जैन धर्म के सिद्धांतों और अष्टानिका पर्व के महत्व को श्रद्धालुओं तक पहुंचा रहे हैं। सिद्धों की आराधना के दौरान अनीशा जैन अपनी संगीतमय लहरियों से सभी भक्तों को मंत्रमुग्ध कर रही हैं। उनके भक्ति संगीत से पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण हो जाता है।
कार्यक्रम में सौधर्में इंद्र का पूर्णियाजन श्रीमान त्रिलोक रेखा लुहाडीया द्वारा किया गया है।अर्घ समर्पण कार्यक्रम में विशेष रूप से श्री पी.के. हरसोरा, रितेश सेठी, पारस धनोपिया, बाबूलाल जैन, महावीर जैन अजमेरा, सीताराम जैन और पदम हरसोरा सहित अनेक प्रतिष्ठित समाज बंधु उपस्थित थे। सभी श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर विधान में भाग लिया और अपनी आस्था का परिचय दिया।