हरिद्वार से लौट रहे दो परिवार की कार रिंग रोड से नीचे अंडरपास में गिरी
शाहपुरा- पेसवानी
स्मार्ट हलचल|जयपुर में रविवार को अलसुबह एक भयावह सड़क हादसे ने फुलियाकलां के दो परिवारों का जीवन उजाड़ दिया। हरिद्वार से अस्थि विसर्जन कर लौट रहे दो परिवार की कार बेकाबू होकर जयपुर में रिंग रोड के प्रहलादपुरा के पास डिवाइडर से टकराई और करीब 16 फीट नीचे भरे पानी में जा गिरी। यह दर्दनाक हादसा शिवदासपुरा थाना क्षेत्र में हुआ। रविवार को दोपहर लगभग 12.30 बजे राहगीरों ने क्षतिग्रस्त व उलटी पड़ी कार को पानी में देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए क्रेन की मदद से करीब एक घंटे की मेहनत के बाद कार को बाहर निकाला। जब कार खोली गई, तो उसमें सवार दो बच्चों सहित सात लोगों के शव पाए गए। पुलिस ने शवों को महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
शिवदासपुरा जयपुर के एसएचओ सुरेंद्र सैनी ने जानकारी दी कि कार में सवार मृतकों में वाटिका सांगानेर निवासी रामराज वैष्णव (38), उनकी पत्नी मधु (36) व उनका छोटा बेटा रुद्र (14 माह) शामिल थे। ये तीनों फुलियाकलां के पास मोतीपुरा के निवासी होकर वर्तमान में सांगानेर रहते है। रामराज का ससुराल फुलियाकलां है। साथ ही फुलियाकलां (शाहपुरा) निवासी अशोक वैष्णव उर्फ कालूराम (47), उनकी पत्नी सीमा देवी (45), पुत्र रोहित (23) व पोता गजराज (3) की भी दर्दनाक मौत हुई।
रामराज वैष्णव एक टैक्सी चालक थे और उनकी चार बेटियां हैं। कालूराम वैष्णव धानेश्वर में रावणा राजपूत समाज के मंदिर में पुजारी थे। उनका बेटा रोहित फुलियाकलां में परचूनी की दुकान चलाता था। भतीजी मधु वैष्णव मूल रूप से मोतीपुरा, फुलियाकलां की निवासी थी और अपने पति रामराज के साथ सांगानेर जयपुर में रह रही थी।
परिवार के परिजन ने बताया कि शुक्रवार को कालूराम के पिता गोपालदास का निधन होने से दोनों परिवार अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार गए थे। इसके बाद जयपुर होते हुए पुष्कर लौट रहे थे। मोबाइल फोन बंद रहने के कारण परिजन मानकर चल रहे थे कि दोनों परिवार पुष्कर पहुंच गए होंगे।
एसएचओ सुरेंद्र सैनी ने बताया कि रिंग रोड पर डिवाइडर के बीच करीब 20 फीट का खाली स्थान है, जिसमें से कार नीचे अंडरपास में गिरी थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि कार अत्यधिक गति में चल रही थी। चालक को झपकी आने की वजह से नियंत्रण खोने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हादसे की वजह रफ्तार अधिक होना और अंधेरे का माहौल रहा। घटना के समय सड़क पर कोई अन्य वाहन या राहगीर नहीं था, जिससे तुरंत घटना की सूचना नहीं मिल सकी। दोपहर में एक राहगीर ने पानी में कार पलटी हुई देखी और पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर क्रेन से कार को बाहर निकाला। कार के डैशबोर्ड के नीचे दो शव फंसे पाए गए। इसके अलावा अन्य पांच शव कार से बाहर निकाले गए। सभी शवों का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि कालूराम वैष्णव के पिता गोपाल वैष्णव का निधन हो चुका था। अंतिम संस्कार व अस्थि विसर्जन के लिए परिवार हरिद्वार गया था। लौटते समय यह दर्दनाक हादसा हुआ। सोमवार सुबह फुलियाकलां गांव में मृतकों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिजनों ने बताया कि मोबाइल फोन बंद होने से शुरू में उन्हें इस हादसे की कोई सूचना नहीं थी। पूरा गांव हादसे की खबर सुनकर शोक में डूब गया। उन्होंने प्रशासन से न्याय की मांग की है।
पुलिस ने बताया कि आगे की जांच पूरी की जा रही है। प्रथम दृष्टया रिपोर्ट में यह सामने आया कि तेज रफ्तार व झपकी चालक को हादसे की मुख्य वजह मानी जा रही है। शिवदासपुरा थाना पुलिस के अधिकारी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच में जुटे हुए हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शाहपुरा के विधायक डॉ. लाला राम बैरवा ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को हर संभव प्रशासनिक सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रभावित परिवारों को आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई जाएगी।
जयपुर और फुलियाकलां सहित आसपास के क्षेत्रों में इस हादसे की खबर से शोक की लहर दौड़ गई है। परिवार के सदस्य, रिश्तेदार व गांव वाले अति दुःखित हैं। हर कोई दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना कर रहा है।