भीलवाड़ा । पुनित चपलोत
भीलवाड़ा में सीआईडी क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुये एक ऐसी फैक्ट्री का खुलासा किया है, जहां पॉम ऑयल से नकली तेल बन रहा था। मांडल थाना क्षेत्र के आरजिया इलाके में स्थित गणेश ऑयल नाम के इस प्रतिष्ठान पर छापा मारकर 10 हजार लीटर के करीब सोयाबीन और सरसों का तेल एवं अन्य सामग्री बरामद कर फैक्ट्री संचालको व मजदूरों को डिटेन किया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। आरोपी प्रचलित कंपनियां के नाम से स्टीकर लगाकर खाद्य तेल बोतल एवं टिन मे पैकिंग कर सप्लाई किया करते हैं। आपको बता दें कि इस कार्रवाई को खाद्य विभाग, पुलिस की मौजूदगी में अंजाम दिया गया।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि क्राइम ब्रांच के कांस्टेबल गोपाल धाबाई और विजय सिंह को सूचना मिली थी कि माण्डल थाना क्षेत्र में संचालित फैक्ट्री में खराब गुणवत्ता वाले खाद्य तेल प्रचलित कंपनियों के नाम से पैकिंग कर बेचा जा रहा है। इस सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशा राम चौधरी व इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल गोपाल धाबाई व कांस्टेबल विजय की टीम ने फैक्ट्री पर नजर रख सूचना की पुष्टि की गई।
एडीजी एमएन ने बताया कि पुष्टि के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से फैक्ट्री पर छापा मारा। मौके पर खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया गया। जहां से टीम ने 10000 लीटर तेल टिन, बोतलों व ड्रम से बरामद किया। इस कार्रवाई में 25 कंपनियों के रैपर व पैकिंग सामग्री, खाली बोतल, पॉम ऑयल, शीशियां, पैकिंग करने की मशीन इत्यादि जप्त की गई।
एडीजी ने बताया कि इस कार्रवाई में कांस्टेबल गोपाल धाबाई व विजय सिंह की विशेष भूमिका रही। वही कांस्टेबल भूपेंद्र शर्मा ने तकनिकी सहायता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। टीम इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत द्वारा किया गया। इस कार्यवाही मे थाना माण्डल और खाद्य विभाग भीलवाड़ा की टीम का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा
एक प्रश्न की आखिर इन दिनों विभाग को ऐसा कौनसा जादुई चिराग हाथ लग गया जो ये फैक्ट्रिया अचानक सामने आ गई,ये फैक्ट्रियां इतने समय से संचालित थी तो इतने दिन कार्यवाही क्यों नहीं हुई???
क्या सम्बन्धित थाना मिला हुआ था या खाद्य विभाग???