बूंदी- स्मार्ट हलचल|जिले के लिए यह गर्व का क्षण है, बूंदी के पंचकर्म विशिष्टता केंद्र को इस वर्ष के प्रतिष्ठित धन्वंतरि पुरस्कार के लिए “श्रेष्ठ चिकित्सालय” की श्रेणी में चुना गया हैं। अपनी असाधारण चिकित्सा सेवाओं, नवाचार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस केंद्र को पहली बार आयुष विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा सम्मान से नवाजा जाएगा।
पंचकर्म विशिष्टता केंद्र के प्रभारी और पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुशवाह ने बताया कि यह पुरस्कार उनकी पूरी टीम के अथक परिश्रम और समर्पण का परिणाम हैं। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य हमेशा से जटिल और कष्टसाध्य रोगों से पीड़ित रोगियों को प्रभावी पंचकर्म चिकित्सा के माध्यम से त्वरित राहत प्रदान करना रहा हैं। हमें खुशी है कि हमारे प्रयासों को राज्य स्तर पर पहचान मिली है।” केंद्र ने अपनी प्रभावी चिकित्सा सेवाओं के साथ-साथ ‘मेडिको-टूरिज्म’ और ‘हील इन इंडिया’ जैसी पहलों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे बूंदी को स्वास्थ्य पर्यटन के नक्शे पर एक नई पहचान मिली हैं।
उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार उन नवाचारों को भी मान्यता देता है जो केंद्र द्वारा चिकित्सा पद्धतियों में अपनाए गए हैं, जिससे रोगियों को बेहतर और स्थायी स्वास्थ्य लाभ मिला हैं। आगामी 23 सितंबर को दशम आयुर्वेद दिवस के अवसर पर जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में डॉ. सुनील कुशवाह इस प्रतिष्ठित “धन्वंतरि पुरस्कार” को ग्रहण करेंगे। यह सम्मान न केवल पंचकर्म विशिष्टता केंद्र की उत्कृष्टता को प्रमाणित करता है, बल्कि यह बूंदी जिले को आयुर्वेद चिकित्सा के एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी स्थापित करता है, जो भविष्य में स्वास्थ्य और कल्याण के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।


