Panchayat Samiti Uniara Headquarters
– धरने को पूर्व सरपंच बुद्धिप्रकाश मीणा व पूर्व सीआर ज्ञानेन्द्र शर्मा ने भी दिया समर्थन,
– पंचायत समिति द्वारा जांच रिकॉर्ड में फेरबदल करने सहित निर्माण/विकास कार्यों में बीडीओ समेत जांच अधिकारी और अन्य कार्मिकों के विरूद्ध पद दुरूपयोग से जुड़ा हुआ हैं मामला,
– बिलोता पंचायत सहित एक दर्जन ग्राम पंचायतों में विकास सहित निर्माण कार्यों में भारी धांधली-फर्जीवाडे-गबन व भ्रष्टाचार की सारी हदें हो रही पार,
टोंक/अलीगढ़ ।स्मार्ट हलचल/जिले की उनियारा पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ पर ग्राम पंचायत बिलोता सहित पंचायत समिति के विरूद्ध जागरूक नागरिक आमजन सेवा समिति संयोजक व शाला प्रबन्धन समिति राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सहादतनगर के अध्यक्ष शिवराज बारवाल मीना (सामाजिक कार्यकर्ता) द्वारा दिया जा रहा धरना मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा।
धरनार्थी शिवराज बारवाल मीना सहित क्षेत्रवासियों से मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बिलोता में सहादत नगर गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भवन का कार्य मार्च 2022 में स्वीकृत हुआ, जो बिना नींव खुदाई के डीपीसी लेवल से 8 लाख रूपए की लागत से नवनिर्माण कार्य जून 2024 में पूर्ण हुआ, लेकिन स्कूल में घटिया निर्माण होने से महज 2 महीने में ही भवन में दरारे आना, फर्श का खुदना, गड्ढे होना, छत का टपकना, दीवारों में सीलन आना आदि निर्माण कार्य में की गई धांधली व अनियमितताओं से छात्र-छात्राओं व स्कूल स्टॉफ को डर सताने लगा है। वहीं संबंधित प्रकरण के जांच परिवादों में परिवादी सामाजिक कार्यकर्ता शिवराज बारवाल मीणा द्वारा प्रशासन को जनहित समस्याओं व मुद्दों पर लिखित में दिये गए परिवादो के जांच रिकॉर्ड में पंचायत समिति उनियारा के तत्कालिन विकास अधिकारी नरेन्द्र कुमार मीणा व जांच अधिकारी सहायक विकास अधिकारी सतीश कुमार सेन, वर्तमान कार्यवाहक विकास अधिकारी सविता राठौड़, बिलोता पंचायत के तत्कालिन ग्राम विकास अधिकारी जसराम मीणा, वर्तमान वीडीओ जगमोहन मीणा समेत संबंधित प्रकरण में उनके कार्मिकों द्वारा जांच रिकॉर्ड में फेरबदल किया गया तथा नियमित रूप से अपने पद का दुरूपयोग करते हुए नरेगा समेत निर्माण कार्यों व पीएम आवास योजना में जमकर फर्जीवाडा किया जा रहा हैं। वहीं जांच को पंचायत समिति के जिम्मेदारों द्वारा प्रभावित कर आरोपियों को ही जांच कमेटी में शामिल किया जा रहा हैं तथा जिम्मेदारों द्वारा अपने काले कारनामों को छुपाने की नीयत से जांच रिकॉर्ड को बदलकर उपखण्ड व जिला प्रशासन सहित शासन-प्रशासन को भ्रमित कर गुमराह किया जा रहा हैं। ऐसे में संबंधित आरोपी अधिकारियों व कार्मिकों के विरूद्ध विभागीय व कानूनी कार्रवाई करने समेत फर्जीवाड़े व अनियमितताओं को बढ़ावा देने वाले लोकसेवकों के विरूद्ध रविवार, 1 सितंबर से पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है। वहीं क्षेत्र की एक दर्जन ग्राम पंचायतों में भी फर्जीवाड़े व गबन के मामले सामने आए हैं। जहां मंगलवार को धरने के तीसरे दिन क्षेत्र की चौरू ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच बुद्धिप्रकाश मीणा सहित सोप क्षेत्र के पूर्व पंचायत समिति सदस्य ज्ञानेन्द्र शर्मा का भी समर्थन मिला। लेकिन गंभीर मुद्दों पर किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने धरने की कोई सुध नहीं ली हैं, केवल अलीगढ़ थाना पुलिस द्वारा मंगलवार देर शाम को धरना स्थल पर आकर प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता करके जल्द ही धरनार्थी द्वारा बताई गई जन समस्याओं का हल निकलवाने का आश्वासन दिया गया है।