बलवन्त जैन
बिजौलियां, स्मार्ट हलचल- कस्बे में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र से समकालीन हिन्दी कविता पर पीएचडी करने वाले हरियाणा के डॉक्टर मलखान सिंह एवम पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से पंजाबी विषय के शोधार्थी छात्र गुरचरण सिंह ने
बिजौलियां किसान आन्दोलन के नायकों के परिजनों से ” बिजौलिया किसान आन्दोलन की जानकारी लेने आए। गौरतलब है कि डॉक्टर मलखान सिंह बिजौलिया किसान आन्दोलन के नायक विजय सिंह पथिक पर विजय सिंह पथिक का जीवन और संघर्ष आर्टिकल लिख चुके है जिसे हरियाणा पंजाब से प्रकाशित अखबार ने प्रकाशित किया। अब ये बिजोलिया किसान आन्दोलन पर एक पुस्तक लिखना चाहते है। डॉक्टर मलखान सिंह ने अपने बिजौलियां प्रवास के दौरान साधु सीताराम के जन्मस्थान, विजय सिंह पथिक , प्रज्ञाचक्षु भंवर लाल स्वर्णकार के निवास स्थान, धुली लाल वर्मा, स्व नारायण पटेल,हीरा पटेल बेरीसाल के घर, बिजौलिया स्थित पथिक पार्क, भंवर लाल शर्मा और साधु सीताराम दास के समाधि स्थल पर गए, इससे पहले ये बेंगु में रूपा, करपा धाकड़ के पैनोरमा पर।
डॉक्टर मलखान सिंह ने कहा कि देशभर में प्रसिद्ध रहे बिजौलिया किसान आन्दोलन के सैनानियो की स्मृतियां बनाए रखने के लिए बहुत कुछ करना बाकी है। 8 दिन के अपने प्रवास के दौरान इन्होने
बेंगू, मांडलगढ़, बिजौलिया, बेरीसाल, गरडदा आदि गांवों के ग्रामीणों से किसान आन्दोलन की जानकारियां प्राप्त की।