आदर्श विद्या मंदिर, सुनेल व् गुरदिया जोगा में मातृ पितृ पूजन संपन्न
धनराज भंडारी
स्मार्ट हलचल,क़स्बा सहित आसपास के सभी विद्या भारती शिक्षा संस्थान जिला झालावाड़ द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में मातृ पितृ पूजन का संस्कारी कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसको लेकर क्षेत्र के आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय गुराडिया जोगा में मातृ पितृ दिवस संपन्न किया गया जिसके माध्यम से विद्यालय के भैया /बहिनों में संस्कार पक्ष व नैतिक एवं आध्यात्मिक गुणों का विकास होता है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुकेश कुमार सोलंकी व अध्यक्ष राधेश्याम पाटीदार रहे कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया विद्यालय के भैया /बहिनों द्वारा अपने माता _पिता का पूजन किया गया कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के प्रमुख गिरिराज सुमन द्वारा किया गया कार्यक्रम में मातृ _पितृ दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए
इस दोरान प्रधानाचार्य भारत कुमार शर्मा ने कहा की माता _पिता को भगवान से भी बड़ा बताया गया है वही सुनेल आदर्श विद्यालय के प्रधानाचार्य और जिला ग्रामीण शिक्षा प्रमुख राजकुमार शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथिया (पंचायत समिति पिड़ावा प्रधान) सीता देवी, अध्यक्षता नाथू लाल (समिति सदस्य) और विशिष्ट अतिथि ललित कुमार (जनपद सदस्य थे)। प्रधानाचार्य शर्मा ने बताया कि हमारे देश में 200 वर्षों तक अंग्रेजों का शासन रहा इसलिए पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के कारण हमारे देश में 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे रूप के रूप में मनाया जाता हैं, जो कि हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता के खिलाफ है।
हमने संकल्प लिया है कि इस दिन को हम मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाए। जिन माता पिता ने हमें जन्म दिया और खुद कष्ट में रहकर हमारे जीवन को सुखमय बनाया। हमारा फर्ज बनता है कि इस दिन हम माता-पिता का पूजन कर हमारे कर्तव्य को पूरा करें। माता पिता हमारे लिए पूजनीय और देव स्वरूप होते हैं। वे हमारे जीवन को उन्नति कि रास्ते पर ले जाते हैं। अतः हम एक अच्छे बेटे बेटी का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इस दिन उनका पूजन करें और प्रण करें कि हम जीवन भर श्रवण कुमार की तरह अपने माता पिता की सेवा और सम्मान करेंगे।
मुख्य अतिथिया सीता कुमारी ने बताया कि माता पिता का सम्मान और पूजन करना हमारे लिए गर्व की बात है। जो माता-पिता अपने बच्चों के लिए कड़ी मेहनत करते हुए पूरा जीवन उनकी खुशियों के लिए न्योछावर कर देते हैं। हमें इस दिन सभी माता-पिता का पूजन करना चाहिए और जीवन भर उनकी सेवा करते हुए राम, कृष्ण, विवेकानंद, श्रवण कुमार, छत्रपति शिवाजी महाराज, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जैसे महान वीर सपूतों के रूप में अपने आप को प्रतिष्ठित करना चाहिए। हमारी भारतीय संस्कृति पर पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के चलते हैं आज कई युवा अपने माता पिता को अनाथ आश्रम, वृद्धा आश्रम में छोड़ आते हैं जो कि हमारे देश की संस्कृति के खिलाफ है। इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करने से हम समाज में माता पिता के प्रति अपनी भक्ति, सम्मान को फिर से कायम कर सकेंगे।
इस अवसर पर सभी भैया बहिनों ने भारतीय संस्कृति के अनुसार अपने माता-पिता की चरण धुलाकर, मंगल तिलक लगाकर, माला पहनाकर, मीठा मुंह करवा कर,आरती उतार कर और उन्हें प्रणाम करके मातृ पितृ पूजन किया। इस भावनात्मक दृश्य को देखकर कई माता पिता और बच्चों की आंखों में आंसू आ गए। सभी ने इस कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम में 215 अभिभावकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद जिला सत्संग प्रमुख हेमंत राठौड़, बजरंग दल जिला संयोजक राहुल राठौर, तूफान सिंह नागर विद्यालय प्रभारी प्रभु लाल सेन, मुकेश कुमार शर्मा, शैलेश गौड़ और सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।