शाहपुरा-सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरावली पर्वतमाला की परिभाषा तय करने के लिए केन्द्र के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद नया पर्यावरणीय विवाद खड़ा हो गया है। कोर्ट ने 100 मीटर से ऊंची पहाड़ियों को ही अरावली का हिस्सा मानने पर सहमति जताई है।692 किमी लंबी इस पर्वतमाला का 550 किमी हिस्सा राजस्थान में आता है। इसलिए इस फैसले के खिलाफ अब स्कूली बच्चे भी सड़कों पर उतर आए हैं।ऐसा ही नजारा शाहपुरा के रामनगर काॅलोनी में स्कूली बच्चे प्रिक्षा वर्मा, आराध्या राणावत, कार्तिक सिंह राठौड़ ने अपने हाथों की चित्रकारी से बनाएं “please save Aravali” के पेपर को घर -घर बाॅंटकर अरावली को सुरक्षित करने के लिए समर्थन करने का आग्रह किया है।


