अरवड चारागाह भूमि,बिलानाम भूमि, सहित अनेक जगह 500 से अधिक पौधे लगा चुके रतन लाल
खामोर@(किशन वैष्णव)क्षेत्र के एक 85 वर्ष के बुजुर्ग को पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनूठा जनून छाया है इन्होंने प्रताकृति प्रेमी के रूप में पुकारा जाने लगा है।हर किसी का जीवन में लक्ष्य होता है और वह उस लक्ष्य को निर्धारित कर काम करता है उसी प्रकार पुरानी अरवड़ निवासी पर्यावरण प्रेमी 85 वर्षीय रतन लाल कीर पर्यावरण के प्रति लगन और मेहनत से प्रकृति बचाने और मानव जीवन को शुद्ध वायु देने में सहयोग प्रदान कर रहे हैं।जिनका फूलियाकलां तहसीलदार अनील कुमार चौधरी ,भू अभिलेख निरीक्षक पारसमल लक्षकार , पटवारी मनोज मीणा सहित राजस्व टीम द्वारा पर्यावरण प्रेमी रतन लाल कीर का ग्रामीणों के समक्ष तिलक माल्यापर्ण कर साफा बंधवाकर स्वागत सत्कार किया गया।गौरतलब है कि रतन लाल कीर जो कि सिचाई विभाग से सेवानिवृत्त है पिछले करीब 25 वर्षो में अरवड़ चरागाह भूमि ,बिलानाम भूमि,तालाब की पाल ,आम रास्ते के सहारे करीब 500 से अधिक छायादार पौधे लगाकर प्रतिदिन एक बेटे की तरह पौधों का पालन पोषण कर बड़ा किया जिसमें कई पौधे तो बड़े होकर पेड़ बन गए जो लोगो को शीतल छाया दे रहे हैं।इनके प्रर्यावरण के प्रति प्रेम को देखते हुए फूलियाकलां तहसीलदार के दिल मे ऐसे पर्यावरण प्रेमी को मिलने व सम्मानित करने की जिज्ञासा हुई इसी के तहत वो स्वयं रतन लाल के घर पहुंच कर बातचीत कुशलक्षेम पूछी ओर उनका ग्रामीणों के समक्ष सम्मान किया। रतन लाल अपनी 85 वर्ष की उम्र में पेड़ बचाओ प्रकृति और जीवन बचाओ के जरिए आमजन को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने की अनूठी पहल की है।इस पर तहसीलदार अनिल कुमार का कहना है की पर्यावरण संरक्षण को लेकर सभी को जागरूक रहना चाहिए,आम जीवन में सभी संसाधनों का इस कदर प्रयोग कर रहे हैं कि पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है।इससे युवाओं को जागरूकता देने का काम किया है और लोगो को इनके साथ जुड़ना चाहिए और पर्यावरण संरक्षण की रतन लाल की पहल को एक वृहत और मोटे स्तर पर आगे बढ़ाना चाहिए। रतन लाल के स्वागत के दौरान एसएमसी अध्यक्ष एस. एन. छापरवाल, मो अली कायमखानी,राजू माली, छोटू लाल बागवान,गंगाराम माली, भूरा कीर पप्पू कीर,सहित गांव के गणमान्य नागरिकगण मौजूद रहे।