भीलवाड़ा । श्री राम गौ सेवा समिति के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने बताया कि नागौर की मेड़ता सिटी में लगने वाले बलदेव पशु मेले में 52 ट्रैकों से भरकर 400 गौवंश (नंदी ) को ले जा रहे थे उन्हें बांसवाड़ा बॉर्डर पर वहां विभिन्न संगठन के गौ सेवकों द्वारा रोका गया एवं प्रशासन को सूचना दी ओर प्रशासन द्वारा गौवंशो को गौसेवकों की सहायता से अलग-अलग गौशाला में खाली करवाया गया इसमें पांच नंदी कि ट्रक में अत्यधिक ठूसने के कारण मृत्यु हो गई थी । कोरोना काल में राज्य सरकार द्वारा पशु मेले रोक के बावजूद मेलो से पशु को क्रय विक्रय किया जा रहा हे जिसकी आड़ में गौतस्करों के होसले बुलंद हे । तस्करी जारी हे ओर राज्य सरकार गृह (ग्रुप 5) विभाग द्वारा एक पत्र जारी हुआ था जिसमें नागौर से नंदी भर कर जा रही गाड़ियों को सुरक्षा देने की बात सामने आई हे । संपूर्ण संत समाज ओर जिले के गौसेवकों द्वारा इस पत्र की जांच करवाने ओर पशु मेले को बंद करने ओर तस्करी रोकने के संबंध में महामहिम राज्यपाल हरिभाऊ किशन राव बागडे ओर राजस्थान पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के नाम कलेक्टर के मार्फत ज्ञापन दिया गया । श्री राम गौ सेवा समिति भीलवाड़ा , श्री राम गौशाला ,सोमनाथ गौशाला सरदार नगर, महाराणा प्रताप उपचार केंद्र सांगानेर , पंचमुखी उपचार केंद्र तेलीखेड़ा,बालाजी गौवंश हेल्पलाइन एवं समस्त जिले के गौसेवक मौजूद रहे ।